उत्तर प्रदेश : रैली में मुसलमानों के खिलाफ भड़काऊ नारेबाजी, पुलिस ने दो लोगों को भेजा जेल
पश्चिम उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के शिकारपुर में यह रैली निकाली गई थी. बताया जा रहा है कि रैली अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के लिए चंदा जुटाने के लिए जनजागरण अभियान के तहत निकाली गई थी.
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के चंदा उगाहने के अभियान की शुरुआत शुक्रवार से हो रही है. लेकिन इससे पहले उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में निकली एक रैली ने कुछ और ही संकेत दिए. दरअसल इस रैली में शामिल कुछ युवा मुसलमानों के लिए आपत्तिजनक नारे लगा रहे थे. लेकिन गनीमत यह रही कि पुलिस ने इसके वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही कार्रवाई करते हुए नारे लगा रहे दो युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इस तरह के वीडियो इसलिए भी चिंताजनक हैं कि इसी तरह की हरकत से बीते साल दिसंबर में मध्य प्रदेश के तीन जिलों में सांप्रदायिक तनाव पैदा हो गया था.
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— Vinod Kapri (@vinodkapri) January 14, 2021
दरअसल सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा था. इसमें बाइक सवार युवा रैली निकाल रहे हैं. हालांकि यह पता नहीं चल पाया है कि यब वीडियो कब का है. लेकिन इसे अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के लिए चंदा जुटाने के लिए शुरू किए जाने वाले अभियान के लिए चलाए गए जनजागरण अभियान का बताया जा रहा है. बुलंदशहर में पिछले कुछ दिनों से जनजागरण बाइक रैली का आयोजन किया जा रहा है. इसमें आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद से जुड़े लोग शामिल हो रहे हैं. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को बुलंदशहर के शिकारपुर में निकाली गई इसी तरह की रैली का बताया जा रहा है.
नारे लगाने वाले युवक गिरफ्तार
इस संबंध में 'एशियाविल हिंदी' ने बुलंदशहर के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) हरेंद्र कुमार से संपर्क किया. उन्होंने बताया कि वीडियो में दिख रहे दोनों युवाओं ने खुद ही वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल किया. उन्होंने बताया कि वीडियो में एक समुदाय विशेष के खिलाफ नारे लगाने वाले दोनों युवाओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
दो युवकों का सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करते वायरल वीडियो एवं उनके विरूद्ध की गई कार्यवाही के संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण द्वारा दी गई बाइट @dgpup @PrashantK_IPS90 @Uppolice @adgzonemeerut @igrangemeerut @UPGovt pic.twitter.com/LfVuPkjXtl
— Bulandshahr Police (@bulandshahrpol) January 14, 2021
जब उनसे पूछा गया कि यह रैली कबकी है औऱ क्या इस रैली को निकालने की इजाजत ली गई थी. इस सवाल पर उन्होंने कहा कि यह जांच का विषय है और व्यापक जांच के बाद ही वो इस विषय में कुछ बता पाएंगे.
इस बीच खबर मिली है कि इस तरह की रैलियां उत्तर प्रदेश के और जिलों में भी निकाली गईं. इसमें आरएसएस और उसके आनुषांगिक संगठनों के कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल हुए. शामली में निकाली गई इसी तरह की एक रैली में शामिल युवाओं के हाथों में तलवार होने की बात भी सामने आई है.
अयोध्या में राम मंदिर
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के लिए चंदा जुटाने के अभियान की शुरूआत शुक्रवार को होगी. पहले दिन श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरी महाराज, विश्व हिन्दू परिषद के कार्यध्यक्ष आलोक कुमार और विश्व हिंदू परिषद के नेता सुबह 11 बजे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेंगे. आलोक कुमार का कहना है कि राष्ट्रपति देश के प्रथम नागरिक हैं, इसलिए वो उनकी शुभकामनाएं लेने जा रहे हैं. लेकिन माना जा रहा है कि विहिप ने इस दौरान राष्ट्रपति से अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए चंदा मांगेंगे. अब यह देखने वाली बात होगी कि राष्ट्रपति राम मंदिर के निर्माण के लिए चंदा देते हैं या नहीं. इसे राम मंदिर निर्माण के लिए होने वाले समर्पण निधि कार्यक्रम की शुरुआत माना जाएगा.
इस तरह की रैलियों में इस तरह की नारेबाजी इसलिए भी चिंताजनक है कि ठीक इसी तरह की रैलियों के दौरान मध्य प्रदेश में सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी थी. मध्य प्रदेश में आयोजित रैलियों में भी मुसलमानों के मुहल्लों, मस्जिदों और ईदगाहों के आसपास उत्तेजक और भड़काऊ नारे लगाए गए. इस प्रतिरोध करने पर हिंसा भड़क उठी. मध्य प्रदेश में सरकार और प्रशासन भी बहुसंख्यक हिंदू समाज के साथ ही खड़ा नजर आया. लेकिन उत्तर प्रदेश में अच्छी बात यह रही कि पुलिस ने इस मामले में खुद ही कार्रवाई करते हुए दो लोगों को जेल भेज दिया. इससे कोई बड़ी घटना नहीं हो पाई.