उत्तर प्रदेश : जहरीली शराब पीने से प्रतापगढ़ में 6 लोगों की मौत, प्रधान पद के प्रत्याशी ने पिलाई थी शराब
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में जहरीली शराब पीने से 6 लोगों की मौत हो गई और 3 लोग गंभीर रूप से बीमार पड़ गए. इस मामले में ग्राम प्रधान पद के एक प्रत्याशी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
उत्तर प्रदेश में इन दिनों पंचायत चुनाव की सरगर्मियों जोरों पर हैं. इस बीच प्रतापगढ़ जिले से एक बुरी खबर आई है. वहां जहरीली शराब पीने की वजह से 6 लोगों की मौत हो गई है. और 3 लोग बीमार पड़ गए हैं. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए शराब बंटवाने वाले प्रधान पद के एक प्रत्याशी को गिरफ्तार कर लिया है. लापरवाही बरतने के आरोप में एक थानाध्यक्ष समेत 3 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.

शराब पीने से तीन लोग गंभीर रूप से बीमार हैं. उन्हें अस्पतालों में दाखिल कराया गया है. उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है.
पंचायत चुनाव
उदयपुर थाना क्षेत्र के कटरिया निवासी 35 साल के प्रदीप कोरी और उनके भाई 50 साल के दिलीप कोरी राकी गांव निवासी अपने मामा सिद्धनाथ कोरी के साथ मंगलवार को अपने गांव के प्रधान पद के एक उम्मीदवार के जुलूस में शामिल होने गए थे. रात करीब 10 बजे दोनों भाई घर लौटे और उनके मामा सिद्धनाथ साइकिल से अपने घर लौट गए. आधी रात के बाद अचानक प्रदीप की हालत बिगड़ गई. परिजन उन्हें लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) सांगीपुर गए. वहां से उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. लेकिन प्रदीप की रास्ते में ही मौत हो गई.
प्रदीव का शव लेकर जब उनके परिजन घर लौटे तो दिलीप की हालत खराब हो गई. रायबरेली ले जाते समय दिलीप की भी मौत हो गई. वहीं बुधवार की सुबह सिद्धनाथ का शव अठेहा बाजार में पाया गया.
कटरिया निवासी राममिलन कोरी ने भी मंगलवार रात शराब पी थी. बुधवार सुबह उनकी भी तबियत खराब हो गई. उन्हें उपचार के लिए पड़ोसी जिले अमेठी के मुंशीगंज के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां उनकी रात करीब सवा 9 बजे मौत हो गई. राममिलन के गांव के ही निवाली 45 साल के रामपाल सरोज की भी तबियत खराब हो गई. बुधवार दोपहर उन्हें सांगीपुर सीएचसी में भर्ती कराया गया. वहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
पुलिस ने सभी शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. और मामले की जांच कर रही है.
प्रशासनिक कार्रवाई
प्रतापगढ़ के ही आहड़-बीहड़ गांव में भी दो लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है. लेकिन उनके परिजन शराब पीने से मौत होने की बात से इनकार कर रहे हैं. आहड़-बीहड़ गांव के गिरिजा का पुरवा में 35 साल के राजकुमार प्रजापति का बुधवार को और 60 साल के रामकिशुन सरोज की मंगलवार की रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी.

इस संबंध में 'एशियाविल हिंदी' ने प्रतापगढ़ के एडिशनल एसपी (पश्चिम) दिनेश कुमार द्विवेदी से बातचीत की. उन्होंने बताया कि जहरीली शराब पीने से अबतक 6 लोगों की मौत हुई है. उन्होंने बताया कि 3 लोग जहरीली शराब पीने के बाद से गंभीर रूप से बीमार हैं. उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है.
उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस मामले अपने जुलूस में शराब बंटवाने वाले ग्राम प्रधान पद के एक प्रत्याशी को गिरफ्तार कर लिया गया है और प्रधान पद के एक प्रत्याशी फरार है, उसकी तलाश की जा रही है. इसके अलावा पुलिस ने 3 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है.
एडिशनल एसपी ने बताया कि अपने काम में लापरवाही बरतने के आरोप में उदयपुर के थानाध्यक्ष, हल्के के एक सब इंस्पेक्टर और एक कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि इस मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी.
वहीं आबकारी विभाग के एक सूत्र ने 'एशियाविल हिंदी' से बातचीत की. उनका कहना था कि निश्चित तौर पर यह हमारे मुखबीर तंत्र की विफलता है. सूत्र का कहना था कि मरने वालों ने कच्ची शराब पी थी. वह शराब किसी ठेके से नहीं खरीदी गई थी. सूत्र का कहना था कि आबकारी विभाग के पास संसाधनों और कर्मचारियों का काफी अभाव है. इस वजह से भी हम अवैध शराब के कारोबार पर रोक नहीं लगा पा रहे हैं. उनका कहना था पुलिस के पास जितनी गाड़ियां हैं, उतने तो हमारे पास कर्मचारी भी नहीं हैं. उन्होंने बताया कि इसे इस तरह से समझ सकते हैं कि एक आबकारी निरीक्षक पर करीब ढाई विधानसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी है. वह शराब के अवैध कारोबार पर किस तरह रोक लगा सकता है, इसे आप आसानी से समझ सकते हैं.