अमेरिका में तोड़ी गई गांधी जी की प्रतिमा, भारत सरकार ने उपहार में दिया था
अमेरिका में लगी महात्मा गांधी की प्रतिमा को तोड़े जाने की खबर मिली है. उत्तरी कैलिफोर्निया के सिटी ऑफ डेविस के एक पार्क में लगी इस प्रतिमा को भारत सरकार ने उपहार में दिया था.
अमरीका के कैलिफोर्निया के एक पार्क में लगी राष्ट्र पिता महात्मा गांधी की प्रतिमा को कुछ अराजक तत्वों ने तोड़ दिया. अमेरिका में रहने वाले भारतीयों ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है. भारत सरकार ने भी इस घटना पर नाराजगी जताई है.

उत्तरी कैलिफोर्निया के सिटी ऑफ डेविस के सेंट्रल पार्क में महात्मा गांधी की 6 फुट ऊंची प्रतिमा लगी थी. कांसे से बनी इस प्रतिमा का वजन 294 किलो था. गांधी जी की इस प्रतिमा का अनावरण 2 अक्तूबर 2016 को किया गया था. प्रतिमा को भारत सरकार ने डेविस शहर को उपहार के तौर पर दिया था.
स्थानीय अखबार 'डेविस इंटरप्राइज' के मुताबिक एक ढांचे पर रखी प्रतिमा जमीन पर पड़ी हुई थी. प्रतिमा का आधा सिर और पैर का कुछ हिस्सा गायब था. महात्मा गांधी की टूटी हुई प्रतिमा को पार्क के कर्मचारियों ने 27 जनवरी की सुबह देखा.
डेविस सिटी के एक अधिकारी के मुताबिक मूल्याकन का काम पूरा होने तक इस टूटी हुई प्रतिमा को सुरक्षित रखा जाएगा.
जांचकर्ता अभी तक यह नहीं पता लगा पाए हैं कि मूर्ति को किसने तोड़कर नीचे गिराया या इस प्रतिमा को तोड़े जाने का उद्देश्य क्या है.

महात्मा गांधी की इस प्रतिमा को वहां लगाए जाने का गांधी विरोधी और भारत विरोधी संगठनों ने विरोध किया था. ऑर्गेनाइजेशन फॉर माइनारटीज (ओएफएमआ) ने प्रतिमा लगाने का विरोध करते हुए प्रदर्शन किया था. लेकिन इस प्रतिमा को तोड़े जाने पर वहां रहने वाले भारतीय अमेरिकियों ने रोष जताया है.
हिंदू अमेरिकन फाउंडनेशन ने होमलैंड सिक्योरिटी और फेडलर ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेश (एफबीआई) से इस मामले को नस्लीय अपराध के तौर पर जांच करने की मांग की है.

इससे पहले बीते साल दिसंबर में खालिस्तान समर्थकों ने वाशिंगटन डीसी में महात्मा गांधी की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया था. यह प्रतिमा भारतीय दूतावास के बाहर लगी हुई थी.