भारत-पाकिस्तान मैच के जबर फैन चाचा शिकागो को कौन देता है टिकट?
असल में मोहम्मद बशीर इतने नामचीन हो चुके हैं कि अब उन्हें भारत और पाकिस्तान में क्रिकेट देखने वाला बच्चा-बच्चा पहचानता है. बशीर को सारे खिलाड़ी भी पहचानते हैं.
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के चाचा शिकागो नाम से जाने वाले प्रशंसक मोहम्मद बशीर ने भारत-पाकिस्तान मुक़ाबले से पहले एक बड़ा खुलासा किया है. चाचा शिकागो दुनिया भर में कहीं भी होने वाले भारत-पाकिस्तान मैच को देखने पहुंच जाते हैं. ये बात कई लोगों को चुभती है कि चाचा के पास दुनिया घूमने के लिए इतने पैसे कहां से मिलते हैं? क्या वो मैच देखने के अलावा कोई काम-धंधा भी करते हैं?
शिकागो चाचा उर्फ मोहम्मद बशीर रविवार को होने वाले भारत-पाकिस्तान मैच देखने के लिए मैनचेस्टर पहुंच गए हैं. लेकिन उनके पास मैच टिकटें नहीं थी, लेकिन फिर भी वो बेफिक्र दिखे क्योंकि उन्हें पता था उनके पास एक ऐसा तुरूप का इक्का है जो जब चाहे उन्हें टिकट थमा ही देगा. आख़िर कौन है जिसके भरोसे मोहम्मद बशीर शिकागो से क़रीब 6 हज़ार किलोमीटर दूर मैनचेस्टर में भारत-पाकिस्तान मैच देखने आ गए?
असल में मोहम्मद बशीर इतने नामचीन हो चुके हैं कि अब उन्हें भारत और पाकिस्तान में क्रिकेट देखने वाला बच्चा-बच्चा पहचानता है. बशीर को सारे खिलाड़ी भी पहचानते हैं. भारत-पाकिस्तान के मैच के लिए उन्हें टिकट मिलता है एक ऐसे ही दिग्गज खिलाड़ी से. दिलचस्प ये है कि वो खिलाड़ी पाकिस्तानी टीम का नहीं है. वो है भारतीय टीम के सबसे तज़ुर्बेदार बल्लेबाज़ और विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी. धोनी ही चाचा शिकागो के लिए तुरूप का इक्का हैं.
एम एस धोनी और कराची में जन्मे मोहम्मद बशीर उर्फ चाचा शिकागो के बीच 2011 विश्वकप में भारत-पाकिस्तान के सेमीफाइनल मैच के दौरान रिश्ते बने थे. धोनी और चाचा शिकागो का रिश्ता इतना मज़बूत है कि धोनी भारत-पाकिस्तान के मैच की टिकटें बशीर के लिए उपलब्ध कराते हैं. कल होने वाले मुक़ाबले के टिकटों का इंतजाम भी धोनी ने बशीर के लिए करा रखा है.
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चाचा शिकागो ने कहा, “मैं कल मैनचेस्टर आया और देखा कि लोग एक टिकट के लिए 800-900 पाउंड खर्च कर रहे हैं. मैनचेस्टर से शिकागो वापस जाने के टिकट का ख़र्चा भी इतना नहीं है, जितना लोग मैच के टिकटों पर ख़र्च कर रहे हैं. धोनी का शुक्रिया कि मुझे मैच टिकट के लिए इतना जूझना नहीं पड़ता है.”
मोहम्मद बशीर जो शिकागो में एक रेस्तरां चलाते हैं उन्हें धोनी ने टिकटों के लिए कभी निराश नहीं किया है. बशीर ने कहा, “मैं उन्हें फोन नहीं करता क्योंकि वो बहुत व्यस्त रहते हैं. मैं उनसे मैसेज के ज़रिए संपर्क करता हूं. मेरे यहां आने से पहले ही धोनी ने मुझे टिकट के लिए आश्वस्त कर दिया था. वो बेहद शानदार हैं. उन्होंने मोहाली 2011 विश्वकप मैच के बाद मेरे लिए जो किया है, मुझे नहीं लगता कि उसके बारे में कोई सोच भी सकता है.”
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हालांकि मैनचेस्टर पहुंचने के बाद मोहम्मद बशीर ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के होटल पहुंचे और वहां कप्तान सरफ़राज़ अहमद, मोहम्मद आमिर,हसन अली समेत टीम के सदस्यों से भी मुलाक़ात की.
मोहम्मद बशीर जब मैच देखते हैं तो उनके कपड़े पर भारत और पाकिस्तान दोनों का रंग होता है और वो ख़ुद को शांति का दूत कहते हैं. दुनियाभर में भारत-पाकिस्तान के मैच को देखते वक़्त बशीर ने बहुत सारे भारतीय दोस्त बनाए हैं. उनमें से एक भारतीय टीम के सुपरफैन सुधीर भी हैं. मोहम्मद बशीर कहीं भी भारत-पाकिस्तान मैच के दौरान हमेशा एक ही कमरे में सुधीर के साथ रहते हैं.
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