रोहिणी कोर्ट : जज के सामने शूटआउट, तीन मौतें, कटघरे में दिल्ली की सुरक्षा व्यव्स्था
शुक्रवार दोपहर को देश की राजधानी दिल्ली की रोहिणी कोर्ट गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठी. कोर्ट में अचानक फायरिंग होने लगी जिससे सनसनी फैल गई.
रोहिणी कोर्ट में हुए इस शूटआउट को लेकर हड़कंप मचा हुआ है साथ ही दिल्ली की सुरक्षा व्यव्स्था की कलई भी खुल गई है. जज के सामने वकील के भेष में आए दो बदमाशों ने एक गैंगस्टर की ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी. यह घटना कोर्ट रूम नंबर 207 में हुई. बाद में दोनों हमलावर भी पुलिस की कार्रवाई में मारे गए. अदालत के अंदर 30-40 राउंड चली गोलियों की गूंज से दिल्ली और कोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं. वकीलों की सुरक्षा भी एक बड़ा मुद्दा बन गई. जिस कारण आज वकीलों का एक दल दिल्ली पुलिस कमिश्नर से भी मिलने पहुंचा. इस घटना ने देश भर में तहलका मचा दिया है. कल पूरे दिन टवीटर पर भी #रोहिणी कोर्ट ट्रेंड करता रहा.
इस घटना के बाद विपक्षी पार्टियों ने केंद्र सरकार को जमकर घेरकर और दिल्ली की कानून व्यव्स्था पर सवाल ख़डे करते हुए मोदी और केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा. इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें कोर्ट में लोग इधर-उधर भागते नजर आ रहे हैं. साथ ही गोलियों की तड़तड़ाहट की आवाज सुनाई दे रही है. कांग्रेस ने अपने टवीटर हैंडल से इसे शेयर किया है.
Shocking news of shootout & violence within #RohiniCourt in the national capital.
— Congress (@INCIndia) September 24, 2021
Why are the Modi-Kejriwal govts sleeping at the wheel? They must be held responsible for making Delhi the National Capital of Lawlessness & Disorder. pic.twitter.com/YSA7aKmEaL
कोर्ट में हुई गोलीबारी की घटना को लेकर वकील संगठनों ने जांच की मांग की है और आज यानि शनिवार को दिल्ली की सभी सात जिला अदालत परिसरों में सुरक्षा व्यवस्था की पुन: समीक्षा किए जाने की मांग के साथ कार्य का बहिष्कार करने का आह्वान किया है. दिल्ली में सभी जिला अदालत बार एसोसिएशन की समन्वय समिति ने कहा कि वह आगे के कदमों को लेकर सोमवार को होने वाली बैठक में फैसला करेंगे.
रोहिणी कोर्ट में हुई इस घटना पर सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील राधाकांत त्रिपाठी एशियाविल से खास बातचीत में कहते हैं, “मैं तो इसे बहुत सीरियसली पर्सनली तौर पर लेने वाला था और उसमें एक केस फाइल करने वाला था. लेकिन ये मेटर क्राइम ब्रांच में चला गया है तो मैंने नहीं किया. और कोर्ट कंपलेक्स में यह पहली बार नहीं हुआ है. यह पूरी तरीके से इंटेलिजेंट फेलियर और सुरक्षा चूक का मामला है. और यह हर साल में एक शूटआउट कोर्ट के अंदर हो जाता है. यह तो सुरक्षा की बहुत बड़ी चूक है ना. और ये जज, वकील, कोर्ट स्टाफ सबके लिए खतरा है. तो मैं तो इसको पर्सनल लेवल पर बहुत सीरियस में डील करने वाला था.”
इसमें सुधार कैसे किया जाए, इस सवाल पर वकील राधाकांत त्रिपाठी कहते हैं, “इस पर मेरा एक्जेक्ट यह मानना है कि जिस तरीके की सिक्योरिटी हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में होती है उसी तरीके की टाइट सिक्योरिटी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में भी होनी चाहिए. इससे सुरक्षा चूक के इस तरीके के 95 प्रतिशत केस कम हो जाएंगे. दिल्ली हाईकोर्ट में ब्लास्ट के बाद वहां से बहुत टाइट सिक्योरिटी हो गई थी तो वहां अभी फिलहाल बहुत ठीक है और सुप्रीम कोर्ट में तो टाइट है ही. हालांकि जब वहां मुजरिम जज के सामने पेश करने के लिए लाना पड़ता है तो वह भी चैलेंजिंग कार्य है लेकिन अगर सिस्टम को ठीक करना है तो आपको यो करना ही पड़ेगा.”
#RohiniCourt
— AAP (@AamAadmiParty) September 24, 2021
Centre appointed their favorite officer Rakesh Asthana as Delhi's Commissioner by bypassing all rules
This is a BIG Security Lapse, especially when police already had an info
HC should take suo moto cognizance and haul up the top cop
- AAP MLA @Saurabh_MLAgk pic.twitter.com/er1fJVJooy
वहीं रोहिणी कोर्ट में हुई गोलीबारी की इस घटना के मद्देनजर दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका दायर भी की गई है. याचिका में संबंधित अधिकारियों को दिल्ली के जिला न्यायालयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश देने की मांग की गई है. अदालतों में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा पर चर्चा करने के लिए दिल्ली बार काउंसिल के अध्यक्ष राकेश सहरावत अन्य अधिकारियों के साथ दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना से मिलने दिल्ली पुलिस मुख्यालय पहुंचे.
कमिश्नर से मुलाकात के बाद सहरावत ने कहा कि हमने रोहिणी कोर्ट में सुरक्षा में चूक को लेकर कमिश्नर से बात की है. वहां पाया गया कि सीसीटीवी कैमरे और मेटल डिटेक्टर ठीक ढंग से काम नहीं करते और स्टाफ सतर्क नहीं है. इन सब मुद्दों पर कमिश्नर ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी. इसके साथ ही हमने उनसे ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति से बचने के लिए जवाबदेही तय करने को कहा है. पुलिस कमिश्नर ने आश्वासन दिया है कि एक सप्ताह के भीतर पूरी सुरक्षा व्यवस्था को अपग्रेड कर दिया जाएगा, वह हमसे फिर मिलेंगे.
Delhi Commissioner of Police has assured that the entire security system will be upgraded within a week... He will be meeting us again...: Bar Council of Delhi Chairman Rakesh Sherawat pic.twitter.com/7nMOlx5FKp
— ANI (@ANI) September 25, 2021
दरअसल, कल दिल्ली, हरियाणा का गैंगस्टर जितेंद्र गोगी पेशी पर आया था, इसी दौरान वकील बनकर आए दो बदमाशों ने गोगी पर हमला कर दिया. गोलीबारी में गैंगस्टर जितेंद्र गोगी समेत तीन लोगों की मौत हो गई, जिसमें दो बदमाश शामिल हैं. मारे गए बदमाशों की पहचान यूपी के राहुल फफूंदी और सोनीपत के जगदीप उर्फ जग्गा के तौर पर हुई है.
दिल्ली पुलिस के अनुसार कोर्ट रूप में 35 से 40 राउंड गोलियां चली हैं. गोलीबारी के दौरान कोर्ट में मौजूद लोग इधर-उधर भागने लगे. गोलियों की आवाज के बीच लोग चीखने चिल्लाने लगे. घटनास्थल पर खून ही खून बिखरा था. शूटआउट में एक महिला वकील भी घायल हुई है. घायल वकील को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दिल्ली व एनसीआर के टॉप-10 गैंगस्टर में शुमार जितेंद्र गोगी की हत्या बहुत ही सोची समझी साजिश के तहत की गई थी. सीसीटीवी फुटेज निकालने के बाद पता चला कि इसके लिए बाकायदा रोहिणी कोर्ट की रेकी की गई है और ट्रायल भी किया था.