'तांडव' पर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में राजनीतिक तांडव
ओटीटी प्लेटफार्म अमेजॉन प्राइम के बेव सीरीज 'तांडव' पर विवाद गहराता जा रहा है. उत्तर प्रदेश में इसके निर्माता-निर्देशकों पर मुकदमा दर्ज हुआ है तो मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अमेजॉन प्राइम पर अश्लीलता परोसने का आरोप लगाया है.
अमेजन प्राइम पर 15 जनवरी को रीलीज हुई बेव सीरीज 'तांडव' के कुछ डॉयलाग को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज पुलिस थाने में इसके निर्माताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है. इस मामले में जिन लोगों को नामजद किया गया है, उन्हें गिरफ्तार करने पुलिस रवाना हो गई है. 'तांडव' में सैफ अली खान, डिंपल कपाड़िया जैसे कलाकारों ने काम किया है. मुकदमा दर्ज होने के बाद इसके निर्माताओं ने बिना शर्त माफी मांग ली है. लेकिन तांडव पर विवाद कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है. इस विवाद में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी कूद पड़े हैं.
श्रीमान @Mdzeeshanayyub @aliabbaszafar @iHimanshuMehra @_gauravsolanki व सैफ अली
— Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) January 18, 2021
UP पुलिस मुंबई निकल चुकी है,वो भी गाड़ी से,FIR में मजबूत धाराएं लगी हैं,तैयार रहना,धार्मिक भावनाओं को आहत करने की कीमत तो चुकानी ही पड़ेगी।
श्री @OfficeofUT जी,उम्मीद है आप इनके बचाव में ना आएंगे pic.twitter.com/B1hXb57dMW
तांडव के निर्माताओं की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ''वेबसीरीज की कास्ट और क्रू का किसी भी व्यक्ति, जाति, समुदाय, संस्थान, धर्म या धार्मिक विचार का अपमान करने का कोई इरादा नहीं था. 'तांडव' की स्टार कास्ट और क्रू ने लोगों की ओर से इस बारे में जताई गई चिंताओं का संज्ञान लिया है और यदि इससे किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची है तो हम बिना शर्त माफी मांगते हैं.''
उत्तर प्रदेश पुलिस ने सीरीज के निर्माताओं और स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया है. इस सीरीज में कथित रूप से हिंदू देवी-देवताओं का अपमान किए जाने का आरोप लगाया गया है.
Our sincere apologies . pic.twitter.com/Efr9s0kYnl
— ali abbas zafar (@aliabbaszafar) January 18, 2021
कहा जा रहा है कि केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने महाराष्ट्र के बीजेपी नेता राम कदम की शिकायत के बाद इस मामले अमेजॉन प्राइम से जवाब मांगा था. इसके बाद यह केस दर्ज किया गया था. इसमें सीरीज के डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और राइटर सहित अमेजॉन प्राइम के इंडिया ओरिजिनल कंटेंट हेड पर इस सीरीज के जरिए देश में धार्मिक शत्रुता और पूजा स्थल का अपमान करने का आरोप लगाया गया है.
पुलिस की शिकायत
लखनऊ में दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है, "शिकायत दर्ज कराने वाले पुलिसकर्मी ने बताया कि ट्विटर पर फिल्म की आलोचनाओं को देखने के बाद उसने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी थी. इसके बाद उसे यह सीरीज देखने का आदेश मिला था. इस शिकायत में कहा गया है, 'पहले एपिसोड में 17वें मिनट में हिंदू देवी-देवताओं को बेहद विद्रूप ढंग से रूप धारण कर धर्म से जोड़कर अमर्यादित तरीके से देवी-देवताओं को बोलते हुए दिखाया गया है और निम्न स्तरीय भाषा का प्रयोग किया गया है, जो धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाला एवं आघात पहुंचाने वाला है.''
वहीं इस वेब सीरीज के डायरेक्टर अली अब्बास जफर की तरफ से एक माफीनामा आया है. इसे अली अब्बास जफर ने अपने ट्विटर हैंडल पर किया है. इसमें उन्होंने बिना शर्त माफी मांगी है.

जफर ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है, ''हम वेब सीरीज तांडव को लेकर दर्शकों की प्रतिक्रियाओं को बारीकी से निगरानी कर रहे हैं. सूचना और प्रसारण मंत्रालय के साथ सोमवार को एक मीटिंग के दौरान वेब सीरीज के विभिन्न पहलुओं और कॉन्टेंट से लोगों की भावनाओं को आहत करने को लेकर काफी संख्या में शिकायत मिली हैं.''
अली अब्बास जफर ने आगे लिखा है, ''वेब सीरीज तांडव एक फिक्शन है. अगर इसकी किसी भी व्यक्ति या घटना से समानता है तो यह पूरी तरह से संयोग है. किसी भी व्यक्ति, जाति, समुदाय, नस्ल, धर्म या धार्मिक विश्वासों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने या किसी संस्था, राजनीतिक दल या व्यक्ति का, जीवित या मृत का अपमान करने का इरादा नहीं था. तांडव के कास्ट और क्रू की तरफ से व्यक्त की गई चिताओं को संज्ञान में लिया गया और बिना किसी भावनाओं को आहत किए और बिना शर्त मांग ली है.''
शिवराज सिंह चौहान की दलील
इस विवाद में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी कूद गए हैं. चौहान ने भी ओटीटी प्लेटफॉर्म पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने ओटीटी प्लेटफॉर्म की निगरानी करने और उन पर अंकुश लगाने की मांग की है.
हमारी आस्था पर चोट और हमारे देवी-देवताओं का अपमान करने का अधिकार किसी को नहीं है!
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) January 18, 2021
ओटीटी प्लैटफॉर्म्स पर परोसी जा रही अश्लीलता हमारे किशोरों के लिए ठीक नहीं है इसलिए इन प्लेटफॉर्म्स पर कड़ी निगरानी रखने की आवश्यकता है। केंद्र सरकार इसको लेकर स्वतः संज्ञान ले रही है। pic.twitter.com/9vNiNTTsmd
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा है, ''हमारी आस्था पर चोट करने का अधिकार किसी को नहीं है. ओटीटी प्लेटफॉर्म पर निगरानी की जरूरत है. इस प्लेटफॉर्म पर जो अश्लीलता परोसी जा रही है, वह हमारे किशोरों को गलत दिशा में ले जा रही है. इस पर अंकुश जरूरी है. उन्होंने कहा कि इसे लेकर भारत सरकार काफी गंभीर है.''