बदहाल उत्तर प्रदेश : भाइयों का झगड़ा सुलझाने गए दरोगा की गोली मारकर हत्या
आगरा के एक गांव में दो भाइयों के बीच खेत में बोए गए आलू को लेकर विवाद था. इसी विवाद को सुलझाने गए थे दरोगा प्रशांत कुमार यादव. दरोगा की हत्या करने के बाद आरोपी फरार हो गया.
उत्तर प्रदेश की लचर कानून व्यवस्था बुधवार को एक बार फिर उजागर हुई. आगरा जिले के खंदौली के गांव नहर्रा में बुधवार शाम प्रशांत कुमार नाम के एक दरोगा की गोली मारकर हत्या कर दी गई. दरोगा दो भाइयों के बीच आलू खुदाई को लेकर जारी विवाद को सुलझाने गए थे. दरोगा की हत्या करने के बाद आरोपी फरार हो गया.

पुलिस के मुताबिक गांव नहर्रा निवासी विजय सिंह पहलवान के दो बेटों विश्वनाथ और शिवनाथ के बीच खेत को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा है. विजय सिंह ने पत्नी को छोड़ रखा है. बड़ा बेटा शिवनाथ पिता के साथ रहता है. और छोटा विश्वनाथ मां के साथ रहता है. विजय के खेत के तीन हिस्से हुए हैं. एक हिस्सा विजय के पास है. विजय के खेत में शिवनाथ ने आलू बोया था.
आलू का विवाद
विश्वनाथ और शिवनाथ के बीच खेत से आलू खुदाई को लेकर विवाद चल रहा था. झगड़े की सूचना पर दरोगा प्रशांत कुमार सिपाही चंद्रसेन के साथ गए थे. इस दौरान दरोगा विश्वनाथ को पकड़ने लगे. इस पर उसने तमंचे से उन्हें गोली मार दी और वहां से फरार हो गया.
बुधवार को विश्वनाथ ने पिता के खेत से आधा आलू मांगा. कहा कि यह मां के हिस्से का है. दोनों भाइयों के बीच सुबह विवाद हो गया. सूचना पर पुलिस पहुंच गई. इस पर आलू की खुदाई होने लगी. पुलिस की भी मौजूदगी रही. तब कोई विवाद नहीं हुआ. शाम के समय विश्वनाथ पहुंच गया. उसने तमंचा लेकर मजदूरों को धमकाना शुरू कर दिया. शाम तकरीबन सात बजे दरोगा प्रशांत कुमार और सिपाही चंद्रसेन बाइक से गांव पहुंचे. खेत में विश्वनाथ के हाथ में तमंचा देखकर पीछे दौड़ लगा दी. वह भागने लगा और दरोगा उसका पीछा करते रहे. इस पर विश्वनाथ ने गोली चला दी, जो दरोगा को लगी.

सिपाही चंद्रसेन की सूचना पर थाना की फोर्स घटनास्थल पर पहुंची. दरोगा को अस्पताल लेकर गई, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
दरोगा की मौत की सूचना पर एडीजी राजीव कृष्ण, आईजी रेंज ए सतीश गणेश, एसएसपी बबलू कुमार मौके पर पहुंचे. एसएसपी ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं.
प्रशांत कुमार यादव मूलरूप से बुलंदशहर के रहने वाले थे. वह 2015 बैच के दरोगा थे.
दरोगा की हत्या पर मुख्यमंत्री योगी आदित्याथ ने दुख जताया है. मुख्यमंत्री ने दरोगा के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए सरकार की ओर से दी जाने वाली सहायता मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं. इसके तहत शहीद पुलिसकर्मी के परिजन को 50 लाख रुपये, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और शहीद पुलिस सब इंस्पेक्टर के जिले में एक सड़क के निर्माण कराया जाएगा.
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