बीजेपी नेताओं को रोकने पर करनाल में पुलिस ने बरसाईं लाठियां, कई किसानों के सिर फूटे, लाठीचार्ज का विरोध तेज
हरियाणा में भाजपा नेताओं को रोकने की कोशिश कर रहे किसानों पर शनिवार को लाठीचार्ज किया गया.
करनाल में घरौंडा के पास बसताड़ा टोल प्लाजा पर पुलिस ने किसानों पर लाठियां भांजी. इसमें कई किसान घायल हुए हैं और कई को चोट लगी है. यहां किसानों ने टोल की दो-दो क्रॉसिंग छोड़कर बाकी रास्तों को बंद कर दिया था. उसके बाद पुलिस और किसान टोल प्लाजा पर आमने सामने आ गए और फिर लाठीचार्ज शुरू हो गया. किसान नेता गुरनाम चढूनी ने एक वीडियो संदेश जारी करके ज़्यादा से ज़्यादा किसानों को सरकार के इस लाठीचार्ज के खिलाफ हरियाणा मे सब जगह हाईवे जाम करने को कहा है. इस घटना के बाद हरियाणा मे कई जगह किसानो ने हाईवे जाम कर दिये. किसानों का कहना है कि शांतिपूर्वक तरीके से विरोध किया जा रहा था फिर पुलिस ने लाठियां क्यों बरसाई. सोशल मीडिया पर किसानों पर हुए लाठीचार्ज की कड़ी आलोचना हो रही है.
फिर ख़ून बहाया है किसान का,
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 28, 2021
शर्म से सर झुकाया हिंदुस्तान का!#FarmersProtest #किसान_विरोधी_भाजपा pic.twitter.com/stVlnVFcgQ
शनिवार को किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध ने तेजी पकड़ ली है. संयुक्त किसान मोर्चा ने रविवार को सड़कें जाम करने की बात कही है. हरियाणा के नूंह में महापंचायत भी बुलाई गई है. साथ ही किसान मोर्चा ने एसडीएम आयुष सिन्हा को हटाने की भी मांग की है. साथ ही टवीटर पर #करनाल_DM_सस्पेंड_करो भी ट्रेंड कर रहा है.
दरअसल, एसडीएम आयुष सिन्हा का एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें वो यह कहते दिखाई दे रहे हैं कि बैरिकेड के आगे कोई किसान जाए तो उसका सिर फोड़ देना.
Farmers geared up to peacefully protest against Haryana CM near Karnal Toll Plaza were brutally attacked by @police_haryana
— Kisan Ekta Morcha (@Kisanektamorcha) August 28, 2021
Who is responsible fr this cruel behavior??@cmohry @police_haryana #FarmersProtest #किसान_विरोधी_खट्टर #9MonthsOfFarmersProtest pic.twitter.com/lCooJOllCQ
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने इसे शेयर किया है. उन्होंने लिखा- उम्मीद करता हूं कि ये वीडियो एडिट किया हो और अफसर ने ऐसी बात न कही हो. अगर उन्होंने ऐसा कहा है तो लोकतांत्रिक भारत में इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है.
वीडियो में आयुष पुलिसवालों से कह रहे हैं कि कोई यहां से निकलने की कोशिश करे तो लठ्ठ उठा-उठा के मारना बस. मैं स्पष्ट ऑर्डर देता हूं, उसका सिर फोड़ देना. कोई डाउट नहीं है, किसी डायरेक्शन की जरूरत नहीं है. ये नाका किसी हालत में तोड़ने नहीं देंगे. पीछे और फोर्स लगी है. यहां आपको लगा रखा है शुरू में. हेलमेट पहन लो. यहां से एक बंदा भी नहीं जाना चाहिए और अगर गया तो सिर फूटा होना चाहिए उसका.
I hope this video is edited and the DM did not say this… Otherwise, this is unacceptable in democratic India to do to our own citizens. pic.twitter.com/rWRFSD2FRH
— Varun Gandhi (@varungandhi80) August 28, 2021
किसानों पर हुए लाठीचार्ज पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रेस प्रभारी धर्मेंद्र मलिक एशियाविल कहते हैं, “यह तो सरासर अत्याचार है और इसी के खिलाफ हमारी लड़ाई है. ये 5 सित्मबर को मुजफ्फरनगर में होने वाली हमारी महापंचायत को डिस्टर्ब करना चाहते हैं, जिससे कि उसमें देशभर से लोग न आ सकें. फिलहाल इसके खिलाफ अभी सिंघू बॉर्डर पर मीटिंग चल रही है जिसमें जो निर्णय होगा उसी के तहत आगे कार्य किया जाएगा. साथ ही मुजफ्फरनगर पंचायत में भी इसके खिलाफ कोई निर्णय लिया जाएगा.”

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