पाकिस्तान ने कहा है कि अपनी अंदरूनी राजनीति की वजह से भारत ने उसे नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में नहीं बुलाया है.
पाकिस्तान ने कहा है कि भारत की आंतरिक राजनीति की वजह से उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में नहीं बुलाया गया.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी.
भारत ने सोमवार को घोषणा की थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में 'BIMSTEC' देशों के प्रमुखों को न्योता भेजा गया है.
BIMSTEC (बे ऑफ बंगाल इनिशटिव फॉर मल्टी-सेक्टोरल, टेक्निकल ऐंड इकनॉमिक को-ऑपरेशन) में भारत के अलावा म्यांमार, बांग्लादेश, श्रीलंका, थाइलैंड, नेपाल और भूटान शामिल हैं. इसकी स्थापना 1997 में हुई थी. इसमें शामिल सभी देश बंगाल की खाड़ी पर निर्भर हैं.
भारत की राजनीति
भारत के इस कदम पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि कश्मीर समस्या, सियाचिन और सर क्रिक मुद्दे के समाधान के लिए शपथ ग्रहण समारोह में जाने से ज्यादा जरूरी है एक बैठक बुलाना.
कुरैशी के हवाले से पाकिस्तान के अखबार 'डॉन' ने कहा है कि चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूरा जोर पाकिस्तान पर हमला करना था. इतना जल्दी वो इससे पीछे हट जाएगी, यह उम्मीद करना बुद्धिमानी नहीं होगी. उन्होंने कहा कि भारत की आंतरिक राजनीति की वजह से वो पाकिस्तान को निमंत्रण नहीं दे पाए.
नरेंद्र मोदी ने 2014 में जब पहली बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी तो 'सार्क' देशों के प्रमुखों का आमंत्रित किया गया था. 26 मई 2014 को आयोजित इस समारोह में उस समय पाकिस्तान के प्रधानमंभी नवाज शरीफ आए थे.
नरेंद्र मोदी ने 2014 के शपथ ग्रहण समारोह में नवाज शरीफ को न्योता भेजा था.
पाकिस्तानी टीवी चैनल जीयो न्यूज से कुरैशी ने सोमवार को कहा था कि पिछले साल जब इमरान खान चुनाव जीते थे तो नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी थी और एक पत्र भी लिखा था. उन्होंने कहा कि इमरान खान ने रविवार को नरेंद्र मोदी से टेलीफोन पर बात की थी. इस दौरान उन्होंने लोगों की भलाई के लिए मिलजुलकर काम करने की इच्छा जताई थी.
पुलवामा हमला
भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव इस साल उस समय बढ़ गया था जब 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के एक काफिले को निशाना बनाया गया. इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों की मौत हो गई. भारत ने इसके लिए पाकिस्तान से चल रहे आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद को जिम्मेदार ठहराया था.
पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले के बाद का दृश्य.
भारत की वायुसेना ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में जैश के आंतकवादी प्रशिक्षण शिविर पर हमला करने का दावा किया था. इसके अगले ही दिन पाकिस्तान के लड़ाकू विमान भारत में घुस आए थे. भारतीय विमानों ने उन्हें खदेड़ा. इस दौरान भारत का एक विमान पाकिस्तान की सीमा में गिर गया था. पाकिस्तान ने भारतीय पायलट कैप्टन अभिनंदन वर्दमान को वापस लौटा दिया था.
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