छत्तीसगढ़ में नक्सली हमला : अब तक 22 जवानों के शव मिले, कई नक्सली भी मारे गए
छत्तीसगढ़ के सुकमा-बीजापुर में शनिवार को नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ के बाद से लापता जवानों में से 17 के शव रविवार को मिल गए. इसके साथ ही इस मुठभेड़ में मारे गए जवानों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है.
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर नक्सलियों के साथ मुठभेड़ के बाद विवार को 17 और शव बरामद हुए हैं. शनिवार को बस्तर इलाके में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ के बाद से 21 जवान लापता थे. लेकिन रविवार को सर्च ऑपरेशन के दौरान मुठभेड़ स्थल से सुरक्षाकर्मियों के 17 और शव मिले. इस तरह से नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों की संख्या 22 हो गई है. शनिवार को 5 जवान शहीद हुए थे. और करीब 30 घायल जवान अस्पताल में भर्ती हैं.
#WATCH छत्तीसगढ़ के सुकमा-बीजापुर बॉर्डर में हुए नक्सली हमले में 22 सुरक्षाकर्मियों की जान चली गई। (वीडियो घटनास्थल से ) pic.twitter.com/1X88UcmcLz
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 4, 2021
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, बीजापुर के एसपी कामालोचन कश्यप ने इस बात की पुष्टि की कि शहीद होने वाले जवानों की संख्या 22 हो गई है. इनमें 5 शव शनिवार को ही मिल गए थे.
छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए नक्सली हमले में 22 सुरक्षाकर्मियों की जान चली गई है: कमलोचन कश्यप, एसपी बीजापुर
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 4, 2021
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर नक्सलियों के साथ मुठभेड़ के बाद से 21 जवान लापता थे. बाकी के जवानों की खोज जारी है. पुलिस अधिकारी ने बताया था कि सुरक्षा बलों ने घटनास्थल से एक महिला नक्सली का शव बरामद किया है. मुठभेड़ में नक्सलियों को भी काफी नुकसान होने की खबर है.
नक्सलियों का हमला
सुरक्षाबलों को जोनागुड़ा की पहाड़ियों पर नक्सलियों के डेरा जमाने की सूचना मिली थी. छत्तीसगढ़ के नक्सल विरोधी अभियान के पुलिस उप महानिरीक्षक ओपी पाल ने बताया शुक्रवार की रात बीजापुर और सुकमा जिले से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कोबरा बटालियन, डीआरजी और एसटीएफ के संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान के तहत 2000 जवानों को रवाना किया गया था. लेकिन शनिवार को नक्सलियों ने 700 जवानों को तर्रेम इलाके में जोनागुड़ा पहाड़ियों के पास घेरकर तीन ओर से फायरिंग की थी. इस दौरान 3 घंटे तक चली मुठभेड़ में 15 नक्सली ढेर हो गए. पांच जवान शहीद हो और 21 जवान अभी भी लापता हैं. वहीं 31 से अधिक घायल जवानों का अस्पताल में इलाज चल रहा है.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल घटना इस घटना पर दुख जताया है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए नक्सली हमले पर दुख जताया और शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की है.
The killing of the security personnel while battling Maoist insurgency in Chhattisgarh is a matter of deep anguish. My condolences to the bereaved families. The nation shares their pain and will never forget this sacrifice.
— President of India (@rashtrapatibhvn) April 4, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जवानों के बलिदान को कभी नहीं भुलाया जाएगा. प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ''मेरी संवेदनाएं छत्तीसगढ़ में शहीद हुए जवानों के परिजनों के साथ है. वीर शहीदों के बलिदान को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना है.''
My thoughts are with the families of those martyred while fighting Maoists in Chhattisgarh. The sacrifices of the brave martyrs will never be forgotten. May the injured recover at the earliest.
— Narendra Modi (@narendramodi) April 3, 2021
वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, ''मैं छत्तीसगढ़ में माओवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए हमारे वीर सुरक्षाकर्मियों के बलिदान को नमन करता हूं. राष्ट्र उनके शौर्य को कभी नहीं भूलेगा. मैं उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. हम शांति और प्रगति के इन दुश्मनों (नक्सलियों) के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे. घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं.''
I bow to the sacrifices of our brave security personnel martyred while fighting Maoists in Chhattisgarh. Nation will never forget their valour. My condolences are with their families. We will continue our fight against these enemies of peace & progress. May injured recover soon.
— Amit Shah (@AmitShah) April 4, 2021
अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में सुरक्षाबलों के 5 जवानों के शहीद होने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से रविवार को बात की और हालात का जायजा लिया. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि गृहमंत्री ने बघेल से बात की और मुठभेड़ के बाद पैदा हुई स्थिति की जायजा लिया.
मुठभेड़ में सुरक्षा बलों को हुई क्षति दुखद हैं । लेकिन सुरक्षा बलों के हौसले बुलंद हैं और नक्सली हिंसा के विरुद्ध यह लड़ाई हम ही जीतेंगे ।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) April 4, 2021
केंद्रीय गृह मंत्री जी ने कहा है कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर इस लड़ाई को अवश्य जीतेंगे।
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इस बीच शाह ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक कुलदीप सिंह को स्थिति का जायजा लेने के लिए छत्तीसगढ़ जाने को कहा है. गृहमंत्री के निर्देश के बाद सीआरपीएफ महानिदेशक छत्तीसगढ़ पहुंच हैं. जिन 21 जवानों को लापता बताया जा रहा है, उनमें से 7 सीआरपीएफ के ही हैं.

बीजापुर-सुकमा जिले का सरहदी इलाका जोनागुड़ा नक्सलियों का मुख्य इलाका है. माना जा रहा है कि अफसरों को पहले से ही इस बात का अंदेशा था कि जवानों पर नक्सलियों का बड़ा हमला हो सकता है. यही कारण था कि पूरे इलाके में 2000 से ज्यादा जवानों को उतारा गया था.
छत्तीसगढ़ में 10 दिन के अंदर यह दूसरा नक्सली हमला है. इससे पहले 23 मार्च को हुए हमले में भी 5 जवान शहीद हुए थे. यह हमला नक्सलियों ने नारायणपुर में आईईडी ब्लास्ट के जरिए किया था. तर्रेम थाने से सीआरपीएफ, डीआरजी, जिला पुलिस बल और कोबरा बटालियन के जवान संयुक्त रूप से सर्चिंग पर निकले थे. इसी दौरान दोपहर में सिलगेर के जंगल में घात लगाए नक्सलियों ने हमला कर दिया. इस पर जवानों की ओर से भी जवाबी कार्रवाई की गई.
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