बेटे की चाह में मां सवा महीने की बेटी को सैप्टिक टैंक में फेंका, मौत
घटना पंजाब के फरीदकोट जिले के एक गांव की है. जिस महिला पर आरोप है, वह पति के साथ ईंट भट्ठे पर काम करती है.
पंजाब के फरीदकोट में दिल दहला देने वाली एक वारदात सामने आई है. वहां की एक महिला ने बेटे की चाह में अपनी मासूम बच्ची को मार डाला. यह घटना कलेर गांव की है.

शुक्रवार सुबह कलेर गांव में एक मजदूर परिवार ने शोर मचा दिया कि उनकी सवा माह की बेटी घर से गायब है. आसपास के लोगों ने तलाश की लेकिन बच्ची का कहीं पता नहीं चला. इस पर ग्रामीणों को परिवार पर ही शक हो गया. इसके बाद ग्रामीणों ने बच्ची की मां से पूछा तो उसने मान लिया कि उसी ने बच्ची को मार डाला है.
पुलिस ने मृतक बच्ची के पिता के बयान पर उसकी मां के खिलाफ केस दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के बांदा का रहने वाला यह परिवार करीब 7 महीने से इस भट्ठे पर काम कर रहा था.
जानकारी के मुताबिक आरोपी महिला सैना को पहले दो लड़कियां और एक लड़का है. वह एक और लड़का होने की चाह रखती थी. लेकिन सवा माह पहले उसने तीसरी लड़की को जन्म दिया था.
बेटा न होने की नाराजगी में महिला ने शुक्रवार सुबह बेटी को जिंदा ही फ्लश के टैंक (सैप्टिक टैंक) में फेंक दिया. जब तक गांव के लोग बच्ची को बाहर निकालते, उसकी मौत हो चुकी थी.

मौके पर मौजूद मजदूरों ने बताया कि काफी तलाश करने के बाद भी जब बच्ची नहीं मिली तो उन्होंने फ्लश में देखा. जब फ्लश के स्लैब को उखाड़ कर देखा तो बच्ची उसके अंदर थी. उसे सरिए की मदद से निकाला गया लेकिन तब तक बच्ची की मौत हो चुकी थी.
डीएसपी सतविंदर सिंह विर्क ने कहा कि बच्ची की मां ने इस घटना को अंजाम दिया है, क्योंकि उसकी पहले ही दो बेटियां और एक बेटा था. अब वह लड़के की उम्मीद में थी लेकिन लड़की होने से निराश हो गई थी. महिला के खिलाफ धारा 302 का मामला दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.
