फ़िल्म कारवां में इरफ़ान ख़ान के साथ काम कर चुके अभिनेता दुलकर सलमान से एशियाविक की ख़ास बातचीत.
अभिनेता दुलकर सलमान पिछले साल आई फ़िल्म 'कारवां' में इरफान खान के साथ नज़र आए थे. मलयाली मूल के सलमान मशहूर अभिनेता मम्मूटी के बेटे हैं. वो पिछले सात साल से अभिनय की दुनिया में हैं. वो अब तक हिंदी और मलयालम के साथ तमिल और तेलुगु भाषा की फ़िल्में में काम कर चुके हैं.
एशियाविल मलयालम की रेखा मेनन ने दुलकर सलमान के साथ उनके अब तक के सफर पर बात की.
दुलकर की अगली हिंदी फ़िल्म का नाम 'ज़ोया फ़ैक्टर' है. इसमें वो एक क्रिकेटर की भूमिका में हैं. दुलकर की अंतिम मलयाली फ़िल्म शोलो, अक्टूबर 2017 में आई थी. उनकी अगली मलयाली फ़िल्म इस साल मार्च में आने वाली है.
'कारवां' में काम के दौरान इरफ़ान ख़ान से सीखने के सवाल पर दुलकर कहते हैं कि इरफ़ान जैसे कलाकार के साथ काम करने से बहुत कुछ आसान हो जाता है. यह बड़ा फ़ायदा है. जब हम किसी सीन की शूटिंग कर रहे होते हैं तो ये मानना होता है कि ये वास्तविक में हो रहा है. जब सामने इरफ़ान जैसे कलाकार होते हैं तो मानने में आसानी होती है.
फिल्म इंडस्ट्रीज में भाई-भतीजावाद के सवाल पर दुलकर कहते हैं कि उनके बारे में भी ऐसा ही माना जाता है. इससे वो इनकार भी नहीं करते. उन्होंने बताया कि उनकी पहली और दूसरी फ़िल्म इसी वजह से मिली क्योंकि उनके पिता जी फिल्म इंडस्ट्री से थे. दुलकर कहते हैं कि ऐसा हमेशा नहीं हो सकता.
दुलकर ने बताया कि फ़िल्म लाइन काम करने का एक ऐसा क्षेत्र है, जहां काम करके आप बोर नहीं सकते हैं. उन्होंने बताया कि पिछले सात साल शूटिंग और फ़िल्मों के चुनाव में ही बीते हैं. दुलकर कहते हैं कि जब वो शूटिंग नहीं कर रहे होते तो हैं तो उनका दिमाग फ़िल्मों के चुनाव पर लगा रहता है.
पिछले साल दुलकर की केवल दो फ़िल्में ही रिलीज हुईं थीं. लेकिन इसमें कोई मलयालम फ़िल्म नहीं थी. उन्होंने बताया कि मलयालम फ़िल्म न आने की वजह से लोग उनसे पूछने लगे थे कि मलयाली फ़िल्म क्यों नहीं आ रही है. यहां तक कि लोग एयरपोर्ट पर रोक कर यही सवाल करते थे. उनकी एक मलयाली फ़िल्म अगले महीने आने वाली है.
कई भाषाओं की फ़िल्में करने वाले दुलकर केवल अच्छी फ़िल्में करना चाहते हैं. उन्होंने बताया कि हर भाषा में उनका फोकस अच्छी फ़िल्में चुनना होता है.
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