उत्तर प्रदेश : पत्रकार की दौड़ाकर गोली मारकर हत्या
जमीन के विवाद में कुछ लोगों ने उत्तर प्रदेश के बलिया में एक पत्रकार की गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
उत्तर प्रदेश के बलिया में सोमवार देर शाम एक निजी चैनल के पत्रकार रतन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई. बदमाशों ने इस घटना को बलिया के फेफना थाना से करीब 500 मीटर की दूरी पर अंजाम दिया. रतन सिंह ने हमलावरों से बचने के लिए भागने की भी कोशिश की. लेकिन बदमाशों ने उन्हें दौड़ाकर गोली मार दी. वो एक टीवी चैनल के लिए काम करते थे.
पुरानी रंजिश
पुलिस ने इस मामले में अब तक तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उसे कई अन्य लोगों की अभी भी तलाश है. इसी विवाद में दो साल पहले रतन के भाई की भी हत्या हो चुकी है.
आजमगढ़ के डीआईजी सुभाष चंद्र दुबे ने बताया कि मौके से तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जबकि अन्य की तलाश चल रही है. उन्होंने बताया कि मृतक एक पत्रकार था. लेकिन इस घटना का पत्रकारिता से कोई संबंध नहीं है. यह पूरी तरह से दो पक्षों के बीच जमीन विवाद का मामला है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पत्रकार के शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति हेतु कामना की है. मुख्यमंत्री जी ने मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि तत्काल दिए जाने और अभियुक्तों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी ने जनपद बलिया में हुई श्री रतन सिंह जी की हत्या का संज्ञान लिया है। उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति हेतु कामना की है।
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) August 25, 2020
आपको बता दें कि रतन सिंह सोमवार को पूरे दिन जिला मुख्यालय बलिया में रहने के बाद शाम को अपने गांव चले गए. शाम को गांव में ही किसी के यहां बैठने के बाद पैदल ही वापस घर जा रहे थे. तभी घर पर कुछ लोगों ने उनको लक्ष्य करके गोली चला दी. ग्रामीणों के मुताबिक गोलीबारी के बाद जान बचाने के लिए रतन ग्राम प्रधान में घर में घुस गए. लेकिन हमलावरों ने उनका पीछा नहीं छोड़ा और उन्हें एक-एक कर तीन गोलियां मार दीं. इससे रतन की घटनास्थल पर ही मौत हो गई.
बताया जाता है कि कुछ दिनों पहले रतन का उनके पट्टीदारों से किसी बात को लेकर विवाद हुआ था. तब उन्होंने जान से मार देने की धमकी भी दी थी. हालांकि परिवार वालों की ओर से अबतक कोई तहरीर नहीं दी गई है.
इस वारदात के बाद लोगों ने फेफना-रसड़ा मार्ग को जाम कर दिया. लोग आरोपियों की गिरफ्तारी और एसओ फेफना शशिमौली पांडेय को बर्खास्त करने की मांग करने लगे. परिजनों ने फेफना पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया. मौके पर पहुंचे एसपी ने एसओ फेफना शशिमौली पांडेय को सस्पेंड करने और जांच के बाद अन्य पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई का भरोसा देकर जाम खत्म करावाया.