जामिया के छात्र को कोविड इनोवेशन के लिए मिला प्रतिष्ठित 'डायना अवार्ड’
देश की प्रतिष्ठित जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्र ने एक बार फिर दुनियाभर में अपना लोहा मनवाया है. यहां के बी-आर्क चतुर्थ वर्ष के छात्र कैफ अली को कोविड के साथ बदलती दुनिया में उनके असाधारण योगदान ‘कोविड-19 इनोवेशन स्पेस एरा' के लिए प्रतिष्ठित डायना अवार्ड- 2021 से सम्मानित किया गया है.
कैफ ने पिछले साल कोविड महामारी के फैलते ही ये शोध करना शुरू किया कि कैसे वास्तुकला बीमारी के प्रसार को रोकने में मदद कर सकती है. इसके लिए उन्होंने एक पूर्वनिर्मित टिकाऊ आश्रय तैयार किया जो न केवल वायरस के संचरण को कम करने में मदद करे बल्कि भविष्य में दुनिया भर में शरणार्थियों को घर भी दे सके. कैफ की इस उपलब्धि पर जामिया की कुलपति प्रो. नजमा अख्तर ने कैफ को बधाई दी है. प्रो. अख्तर ने कहा कि ये दर्शाता है कि आज की प्रतिस्पर्धी दुनिया में लीक से हटकर सोचने की जरूरत है.

एशियाविल ने कैफ से बातकर उनकी इस उपलब्घि के बारे में बातचीत की.
कैफ अली ने फोन पर मुझे बताया, “मैं जामिया मिलिया इस्लामिया में आर्किटेक्चर का स्टूडेंट हूं. तो मैंने कोविड के दौरान एक क्वारंटाइन सेंटर बनाया था. जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा गया था. इसके अलावा कोविड के बाद हम इसे रिफ्यूजी कैंप के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं. और यह यूएन से भी रिकॉग्नाइज हो चुका है. मेरे कॉलेज के प्रोफेसर ने मेरे इस काम से प्रभावित होकर इसे डायना अवार्ड के लिए नोमिनेट किया था. जिसका मुझे एक महीने पहले ही पता चला कि मैं नोमिनेट और सेलेक्ट भी हो गया हूं.”
आपको यह विचार कैसे आया. इसके जवाब में कैफ कहते हैं, “जब कोविड शुरू हुआ तो लोग जब घर में क्वारंटाइन करते थे, तो इससे घरवालों के पॉजिटिव होने का खतरा था. और अगर बड़े शेल्टर होम में करें तो वह भी पूरी तरह से सेफ नहीं थे. जैसे दिल्ली सरकार ने क्वारंटाइन सेंटर बनाए जिसमें हजार लोग एक छत के नीचे रह रहे थे, मैंने उसमें क्या किया है कि उसमें छत डिवाइड की गई है. तो हर मरीज एक दूसरे से सोशल डिस्टेंसिंग से रहेगा. मेरे ‘स्पेस एरा’ के यूनिट में 25 मरीज रह सकते हैं. यानि घर और बड़े शेल्टर के बीच में मैंने एक स्मॉल यूनिट, स्पेस एरा बनाई है.जिन्हें हम डीडीए पार्क वगैरह में रिप्लेस कर सकते हैं. इससे फ्यूचर में जो बड़े हॉस्पिटल है उन पर दबाव भी कम पड़ेगा. इसे हम शिपिंग कंटेनर, मॉड्यूलर मटेरियल से बना सकते हैं.”
अंत में कैफ बताते हैं, “मुझे ये अवार्ड मिल चुका है और कल मेरा ऑफिशियल पब्लिकेशन लंदन से भी हो चुका है. इसमें मुझे एक सर्टिफिकेट मिला है और आगे जो यूथ को सपोर्ट करने वाले प्रोग्राम होते हैं जैसे यूएन या कॉमनवेल्थ तो उसमें वह मुझे सपोर्ट करेंगे. मेरा अंत में यही कहना है कि जो युवा हैं तो इमेजिन तो सब करते हैं लेकिन पहला कदम नहीं रख पाते. तो अगर वह ऐसे इनीशिएटिव लेना चाहते हैं तो पहला कदम रखिए और टाइम के साथ इनीशिएट करेंगे तो धीरे-धीरे आप लोगों को इंस्पायरर भी कर पाएंगे, इमेजिंग इनीशिएटिव और इंस्पायर यह तीन मेरे मंत्र है.”
‘डायना’ प्रिंसेस ऑफ वेल्स की स्मृति में स्थापित, यह पुरस्कार सबसे प्रतिष्ठित सम्मानों में से एक है, जिसे एक युवा व्यक्ति अपने सामाजिक कार्य या मानवीय कार्यों के लिए प्राप्त कर सकता है. इसे उनके नाम के चैरिटी द्वारा दिया जाता है जिसे उनके दोनों बेटों, द ड्यूक ऑफ कैम्ब्रिज और द ड्यूक ऑफ ससेक्स का समर्थन प्राप्त है.
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