हैदराबाद हैवानियत पर देशभर में प्रदर्शन और अंडर 19 विश्वकप समेत 5 बड़ी ख़बरें
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महिलाओं के ख़िलाफ़ हिंसा मामले पर देशभर में विरोध-प्रदर्शन
हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ हैवानियत पर आम जनता का गुस्सा फूट पड़ा. आज देशभर में कई जगहों पर विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. दिल्ली में जंतर मंतर पर ..AISA की अगुवाई में सैंकड़ों छात्रों ने प्रदर्शन किया. जबकि हैदराबाद में ABVP ने इसके ख़िलाफ़ मार्च निकालकर विरोध जताया.
Delhi: All India Democratic Women's Association (AIDWA) and All India Democratic Students Organisation (AIDSO) protest at Jantar Mantar on the issue of crimes against women. pic.twitter.com/3TnuJnU7So
— ANI (@ANI) December 2, 2019
उधर संसद के दोनों सदनों में ये मुद्दा गूंजा. सभी सांसदों ने एक सुर में इस घटना की निंदा की और आरोपियों को फांसी दे की मांग की. राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने इस दुष्कर्म की कड़ी आलोचना की. उन्होंने इस मामले के आरोपियों को लेकर संसद में कहा कि ऐसे लोगों को जनता के बीच लाकर लिंचिंग होनी चाहिए. राज्यसभा सांसदों ने निर्भया मामले का भी जिक्र किया और कहा कि उस मामले के सात साल बाद भी उसके दोषियों को अभी तक फांसी पर नहीं लटकाया गया है. देर से मिला न्याय अन्याय के बराबर होता है. इससे पहले राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडु ने कहा कि सिर्फ कानून से काम नहीं चलेगा. बदलाव की जरूरत है. यह समाज की बीमारी है.
वहीं लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ऐसी घटनाओँ को रोकने के लिए सदन में कठोर कानून बनाने के लिए सरकार तैयार है.
बता दें कि गुरूवार रात हैदराबाद में एक महिला पशु चिकित्सक के साथ हैवानियत की गई. सामूहिक दुष्कर्म के बाद महिला को आग के हवाले कर दिया गया. इस मामले को लेकर पूरे देश में गम और गुस्से का माहौल है. तेलंगाना के मुख्यमंत्री ..के चंद्रशेखर रॉव ने मामले की शीघ्र सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट के गठन का आदेश दिया है.
SC/ST आरक्षण में क्रीमी लेयर पर फिर होगी सुनवाई
अनुसूचित जाति और जनजाति समुदाय की क्रीमी लेयर के आरक्षण के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट एक बार फिर सुनवाई करेगा. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया था कि क्रीमी लेयर की अवधारणा एससी- एसटी को दिए जाने वाले आरक्षण में लागू होगी. सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय संवैधानिक बेंच ने पिछले साल 26 सितंबर को यह फैसला सुनाया था.
लेकिन केंद्र की तरफ से अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर मांग की कि एसटी-एसटी आरक्षण से क्रीमी लेयर को बाहर करने के मामले को सात सदस्यीय बेंच को रेफर किया जाए. जिसके बाद अदालत ने इस पर फिर से सुनवाई का फैसला लिया. और 2 हफ्ते बाद इस पर सुनवाई होगी.
बता दें कि अपने फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि संवैधानिक कोर्ट किसी भी क्रीमी लेयर को दिए गए आरक्षण को रद्द करने के लिए सक्षम है और बराबरी के सिद्धांत पर यह फैसला सुनाया जा रहा है. इसके बाद सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से आग्रह किया था कि एससी-एसटी के लिए क्रीमी लेयर के मामले को ख़त्म किया जाए और सुप्रीम कोर्ट अपने फैसले पर पुनर्विचार करे.
अनंत कुमार हेगड़े ने देवेंद्र फडणवीस पर लगाए गंभीर आरोप
महाराष्ट्र में सरकार गठन में नाकाम रहे बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस पर गंभीर आरोप लगे हैं. बीजेपी के ही नेता और सासंद अनंत कुमार हेगड़े ने दावा किया है कि 40 हज़ार करोड़ के केंद्रीय फंड के लिए फडणवीस ने तीन दिनों तक के लिए सीएम का पद संभाला था. हेगड़े ने कहा कि फडणवीस ने राज्य के खजाने से 40 हज़ार करोड़ रुपए निकाल कर केंद्र सरकार को दे दिए.
उन्होंने दावा किया कि शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन का सीएम बनने की स्थिति में इस फंड का दुरुपयोग हो सकता था ऐसे में यह 'ड्रामा' करने का फैसला लिया गया.
हालांकि देवेंद्र फडणवीस ने हेगड़े के आरोपों को झूठा करार दिया. फडणवीस ने साफ किया कि सीएम रहने के दौरान उन्होंने कोई नीतिगत फैसला नहीं लिया.
दरअसल अनंत हेगड़े ने देवेंद्र फडणवीस ने आरोप लगाते हुए कहा, “आप सभी जानते हैं कि महाराष्ट्र में हमारा आदमी 80 घंटे के लिए सीएम बना था. इसके बाद फडणवीस ने इस्तीफा दे दिया. उन्होंने यह ड्रामा क्यों किया था? क्या हमें पता नहीं था कि हमारे पास बहुमत नहीं है फिर भी वह मुख्यमंत्री बने. यह सवाल हर कोई पूछता है.”
बता दें कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद से सरकार बनाने को लेकर करीब एक महीने तक खींचतान चलती रही. लेकिन 23 नवंबर की सुबह अचानक देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर सबको चौंका दिया था. फडणवीस करीब 80 घंटे तक मुख्यमंत्री पद पर रहे और फिर बहुमत साबित करने से एक दिन पहले उन्होंने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया था.
कोयम्बटूर हादसे में 17 की मौत
तमिलनाडु में भारी बारिश ने तबाही मचानी शुरू कर दी है. कोयंबटूर में तीन अलग-अलग हादसों में आज 17 लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में 10 महिलाएं और 2 बच्चे शामिल हैं. आज सुबह भारी बारिश की वजह से कोयंबटूर में तीन घरों की दिवार गिर गई जिससे ये हादसे हुआ. फिलहाल घटनास्थल पर राहत और बचाव का काम जारी है.
मुख्यमंत्री ई पलानीसामी ने हादसे पर दुख जताया और मृतकों के परिवारजनों के लिए 4 लाख की आर्थिक मदद का ऐलान किया.
India Meteorological Department: Squally weather with wind speed reaching 40-50 km/ph likely to prevail
— ANI (@ANI) December 2, 2019
along and off the coasts of Karnataka & Kerala, and over Lakshadweep area. Fishermen are advised not to venture into these areas. pic.twitter.com/KK3QKdDSAr
उधर भारी बारिश की संभावना को देखते हुए राज्य के 8 ज़िलों में अलर्ट जारी किया है. इसमें कुडुलोर, विलुपुरम, थेनी, डिंडिगुल, विरूद्धनगर, तिरूनेलवेली और कन्याकुमारी शामिल हैं. बाढ़ और जलभराव की स्थिति से निपटने के लि SDRF की पांच टीमों को राहत और बचाव के लिए अलर्ट पर रखा गया है. वहीं पूरे राज्य में स्कूल और कॉलेजों को आज के लिए बंद रखा गया है. मौसम विभाग के मुताबिक तमिलनाडु के साथ साथ कर्नाटक, केरल और लक्ष्यद्वीप में अगले 2 दिन भारी बारिश हो सकती है.
अंडर-19 विश्व कप टीम का ऐलान
अगले साल दक्षिण अफ्रीका में होने वाले अंडर-19 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया का ऐलान हो गया है. बीसीसीआई ने आज इसके लिए टीम की घोषणा कर दी है. प्रियम गर्ग को टीम की कमान दी गई है. वहीं आगरा के धुव्र चंद जुरेल विकेटकीपर के साथ-साथ उपकप्तानी का जिम्मा भी संभालेंगे.
बता दें कि युवा भारतीय खिलाड़ी 19 जनवरी से 7 फरवरी के बीच दक्षिण अफ्रीका में अंडर 19 वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम करने उतरेगी. इस टूर्नामेंट में 16 टीमें हिस्सा ले रही हैं. इस बार लीग मैच में भारत और पाकिस्तान की भिड़ंत देखने के लिए नहीं मिलेगी. क्योंकि भारत को ग्रुप ए और पाकिस्तान को ग्रुप सी में रखा गया है. भारत का पहला मुकाबला 19 जनवरी को श्रीलंका के खिलाफ है.
भारतीय टीम अब तक चार बार अंडर 19 वर्ल्ड कप जीत चुकी है.