हाथरस कांड : बीजेपी के अंदर से भी उठने लगी हैं आवाजें, उमा भारती ने योगी को दिलाई राम राज्य की याद
हाथरस में दलित युवती के साथ हुए गैंगरेप में अब बीजेपी के अंदर से भी आवाजें उठने लगी है. पार्टी की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने शुक्रवार को किए ट्वीट में कहा कि इस घटना से पार्टी और सरकार की छवि को नुकसान पहुंच रहा है.
उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक दलित लड़की के साथ हुई हैवानियत और जिला-पुलिस प्रशासन के रवैये को लेकर देशभर में गुस्सा है. सामाजिक-राजनीतिक संगठन इस मुद्दे को लेकर सड़क पर उतरे हुए हैं. रोज धरना-प्रदर्शन हो रहा है. अब इसके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से भी आवाजें उठने लगी हैं.

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की वरिष्ठ नेता उमा भारती इस कांड के खिलाफ शुक्रवार को मुखर नजर आईं. उन्होंने कहा कि हमने रामराज्य लाने का दावा किया है. लेकिन इस घटना में पुलिस की संदेहपूर्ण कार्यवाही से आपकी (योगी आदित्यनाथ), यूपी सरकार और बाजेपी की छवि पर आंच आई है.
उमा भारती की अपील
उमा भारती से पहले बीजेपी के कुछ सांसद और पूर्व सांसद इस घटना के खिलाफ अपनी आवाज उठा चुके हैं. दिल्ली से बीजेपी सांसद हंसराज हंस ने तो इसको लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी तक लिखी थी.
उमा भारती कोरोना संक्रमित हैं. वो इस समय ऋषिकेश एम्स में इलाज करवा रही हैं. उमा भारती ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की है कि वे मीडियाकर्मियों और राजनीतिक दलों के लोगों से पीड़ित परिवार से मिलने दें. उन्होंने कहा है कि कोरोना से ठीक होने के बाद वो खुद पीड़ित परिवार से मिलने हाथरस जाएंगी.
शुक्रवार शाम किए गए कई ट्वीट में उन्होंने अपनी बात रखी. एक ट्वीट में उमा भारती ने लिखा, ''आदरणीय योगी आदित्यनाथ जी आपको जानकारी होगी ही की मैं कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद से एम्स ऋषिकेश के कोरोना वार्ड में भर्ती हूं. आज मेरा 7वां दिन है. इसलिए मै अयोध्या मामले पर विशेष सीबीआइ कोर्ट में पेश भी नहीं हो पाई. यद्यपि मैं किसी से मिल नहीं सकती, फोन नहीं कर सकती लेकिन टीवी है, जिससे की समाचार मिलते हैं.''
१)आदरणीय @myogiadityanath जी आपको जानकारी होगी ही की मै कोरोना पॉज़िटिव पाने से AIIMS ऋषिकेश में कोरोना वार्ड में भरती हू ।
— Uma Bharti (@umasribharti) October 2, 2020
उमा भारती ने लिखा हैं, ''मैंने हाथरस की घटना के बारे में देखा. पहले तो मुझे लगा कि मैं ना बोलू क्योंकि आप इस संबंध में ठीक ही कार्यवाही कर रहे होंगे. किन्तु जिस प्रकार से पुलिस ने गांव की और पीड़ित परिवार की घेराबंदी की है, उसके कितने भी तर्क हों लेकिन इससे विभिन्न आशंकाए जन्मती हैं. वह एक दलित परिवार की बिटिया थी. बड़ी जल्दबाजी में पुलिस ने उसकी अंत्येष्टि की और अब परिवार एवं गांव की पुलिस के द्वारा घेराबंदी कर दी गई है.''
उन्होंने लिखा है, ''मेरी जानकारी में ऐसा कोई नियम नहीं है की एसआइटी जांच में परिवार किसी से मिल भी ना पाए. इससे तो एसाईटी की जांच ही संदेह के दायरे में आ जाएगी.''
उन्होंने लिखा है, ''हमने अभी राम मंदिर का शिलान्यास किया है तथा आगे देश में रामराज्य लाने क़ा दावा किया है किन्तु इस घटना पर पुलिस की संदेहपूर्ण कार्यवाही से आपकी, उत्तर प्रदेश सरकार की और बीजेपी की छवि पे आँच आई है.''
मै कोरोना वार्ड में बहुत बैचेन हू । अगर मैं कोरोना पॉज़िटिव ना होती तो मैं भी उस गाव मै उस परिवार के साथ बैठी होती । AIIMS ऋषिकेश से छुट्टी होने पर मै हाथरस में उस पीड़ित परिवार से ज़रूर मिलूँगी ।
— Uma Bharti (@umasribharti) October 2, 2020
उमा भारती ने कहा है कि आप (मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ) एक बहुत ही साफ सुधरी छवि के शासक हैं. मेरा आपसे अनुरोध है कि आप मीडियाकर्मियों को और अन्य राजनीतिक दलों के लोगों को पीड़ित परिवार से मिलने दीजिए. मै कोरोना वार्ड में बहुत बैचेन हूं. अगर मैं कोरोना पॉज़िटिव ना होती तो मैं भी उस गाव में उस परिवार के साथ बैठी होती. ऋषिकेश एम्स से छुट्टी होने पर मै हाथरस में उस पीड़ित परिवार से ज़रूर मिलूँगी.
७)मै @BJP4India में आपसे वरिष्ठ एवं आपकी बड़ी बहन हू । मेरा आग्रह है की आप मेरे सुझाव को अमान्य मत करियेगा ।
— Uma Bharti (@umasribharti) October 2, 2020
आखिरी ट्वीट में उमा भारती ने लिखा है, ''मैं बीजेपी में आपसे वरिष्ठ और आपकी बड़ी बहन हूं. मेरा आग्रह है कि आप मेरे सुझाव को अमान्य मत करिएगा.''
हाथरस की घटना हम सभी को जितना शर्मसार करने वाली है उससे कहीं अधिक पुलिस एवं जिला प्रशासन की कार्यवाही पीड़ादायक है। मा.मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी द्वारा SIT को जांच सौप दी गयी है। मुझे पूरा विश्वास है कि पीड़िता को न्याय मिलेगा और दोषी अधिकारियो के खिलाफ कार्यवाही होगी।
— Vinod Sonkar (@BJPVinodSonkar) October 1, 2020
इससे पहले बीजेपी के राष्ट्रीय मंत्री और कौशांबी से सांसद विनोद सोनकर ने कहा था कि हाथरस की घटना हम सभी को जितना शर्मसार करने वाली है उससे कहीं अधिक पुलिस और जिला प्रशासन की कार्यवाही पीड़ादायक है.
आदरणीय @myogiadityanath जी से पत्र के माध्यम से आग्रह किया है कि हाथरस घटना में कोई कोताही न बरती जाए और जब तक दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा नही दी जाती है इस मामले को मुख्यमंत्री जी व्यक्तिगत तौर पर संज्ञान में लें, मुझे पूरा विश्वास है हाथरस की बेटी को पूर्ण न्याय मिलेगा । pic.twitter.com/4fQb0JO84J
— Hans Raj Hans (@hansrajhansHRH) September 30, 2020
वहीं उत्तर-पश्चिम लोकसभा क्षेत्र के सांसद और सूफी गायक हंस राज हंस ने इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखा था. पत्र में उन्होंने इस मामले की एसआईटी जांच कराने के अलावा जल्दबाजी में की गई अंत्येष्टि के लिए दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की थी.