CAA का विरोध करने मुंबई गए डॉक्टर कफील खान को यूपी एसटीएफ ने किया गिरफ्तार, AMU में भड़काऊ भाषण का आरोप
गोरखपुर के मशहूर बच्चों को डॉक्टर कफील खान को उत्तर प्रदेश पुलिस की एसटीएफ ने मुंबई हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया है. वो वहां CAA के खिलाफ हो रहे धरना-प्रदर्शन में भाग लेने पहुंचे थे. उन पर बीते साल दिसंबर में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में CAA को लेकर भड़काऊ भाषण देने का आरोप है.
उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने गोरखपुर के डॉक्टर कफील खान को मुंबई से गिरफ्तार किया है. मुंबई पुलिस की मदद से एसटीएफ ने उन्हें हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया. वो CAA के खिलाफ प्रदर्शन में भाग लेने के लिए मुंबई पहुंचे थे. गिरफ्तारी के बाद डॉक्टर कफील को मुंबई के शहर पुलिस थाने ले जाया गया.

डॉक्टर कफील खान पर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने का आरोप है.
कफील खान ने बीते साल 12 दिसंबर को AMU में यह भाषण दिया था. उन पर इस दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ आपत्तिजनक बातें कहने का आरोप है.
उनके खिलाफ अलीगढ़ के सिविल लाइंस पुलिस थाने में 13 दिसंबर को आईपीसी की धारा 153-A के तहत केस दर्ज किया गया था. एफआईआर के मुताबिक डॉक्टर कफील के भाषण के समय स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव भी वहां मौजूद थे.
एफआईआर के मुताबिक उन्होंने AMU में करीब 600 छात्रों को संबोधित किया था. इसमें उन्होंने CAA को लेकर भड़काऊ बातें कहीं.
कफील खान गुरुवार को मुंबई के 'मुंबई बाग' में हो रहे प्रदर्शन में शामिल होने वहां गए थे. 'मुंबई बाग' में CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रहीं महिलाएं अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं.
कफील खान को आज 11 बजे 'मुंबई बाग' जाना था. लेकिन इससे पहले ही एसटीएफ ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.

साल 2017 में गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में बच्चों 50 से अधिक बच्चों की मौत के बाद डॉक्टर कफील खान चर्चा में आ गए थे. ऑक्सीजन की कमी की वजह से मर रहे बच्चों को बचाने के लिए डॉक्टर कफील ने अपने पैसे से ऑक्सीजन के सिलेंडर खरीदे थे.
बाद में उन्हें काम में लापरवाही बरतने के आरोप में उन्हें निलंबित कर दिया गया था. बाद में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. हाई कोर्ट से जमानत के बाद वो जेल से रिहा हुए थे.
इस मामले में हुई विभागीय जांच की रिपोर्ट बीते साल आई थी. इसमें उन्हें निर्दोष माना गया.