कोरोना का वैक्सीन बनाने वाले सीरम इंस्टीट्यूट में लगी आग, 5 मजदूरों की मौत
आग की खबरों के बाद सीआईआई के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि उत्पादन के लिए कई इमारतों का इस्तेमाल होता है, इसलिए कोविशील्ड के उत्पादन को किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा.
भारत में कोरोना का वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (सीआईआई) के पुणे स्थित प्लांट में गुरुवार को लगी आग लगने में 5 लोगों की मौत होने की खबर है. आग कंपनी के टर्मिनल 1 गेट पर लगी. सीआईआई ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका की कोरोना वैक्सीन 'कोविशील्ड' का उत्पादन कर रही है. यह वैक्सीन बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है. आग लगने के बाद सीआईआई के सीईओ ने बताया कि इसकी वजह से कोरोना के वैक्सीन के उत्पादन पर कोई असर नहीं पड़ेगा.

सीआईआई में लगी आग पर पुणे के मेयर मुरलीधर मोहोल ने 5 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है. उन्होंने कहा, ''सीरम इंस्टीट्यूट की एक बिल्डिंग के अंतिम फ्लोर पर फंसे 5 लोगों की मौत हो गई. इस फ्लोर पर कंस्ट्रक्शन का काम हो रहा था. हम लोग पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आग कैसे लगी. आग से अंतिम फ्लोर पूरी तरह जलकर खाक हो गया है. आग पर काबू पाने के बाद बिल्डिंग की तलाशी में 5 लोगों के शव मिले. मरने वाले मजदूर हो सकते हैं. बाकी सभी लोग सुरक्षित निकाल लिए गए हैं.''
The five people who died, were perhaps the workers at the under-construction building. The cause of the fire is yet to be ascertained but it is being speculated that welding, that was going on at the building, caused the fire: Pune Mayor Murlidhar Mohol#SerumInstituteofIndia https://t.co/KmSngS3TI6
— ANI (@ANI) January 21, 2021
मोहोल ने कहा कि हालांकि आग लगने की वजह अभी स्पष्ट नहीं है. लेकिन आशंका है कि इमारत में चल रहे वेल्डिंग के काम की वजह से यह आग लगी है. आग पर काबू पाने के लिए 10 दमकल गाड़ियां लगाई गई थीं.
वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सीआईआई पर लगी आग पर कहा, " छह लोगों को बचाया गया है. पहली नजर में यह आग बिजली की किसी गड़बड़ी से लगी हुई लगती है. कोविड की वैक्सीन सुरक्षित है. मैंने अदार पूनावाला से अब तक बात नहीं की है."
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के मुताबिक मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे शुक्रवार को सीआईआई का दौरा करेंगे. उन्होंने बताया कि आग में मारे गए मजदूरों में 2 उत्तर प्रदेश, 2 पुणे और 1 बिहार का निवासी था.
Fire brigade has done good work. As per my info, CM will also visit the site tomorrow. The place where COVID vaccine is manufactured was not affected. I was informed that preparation was going on at this building (site of fire) to make Rotavirus vaccine: Maharashtra Deputy CM https://t.co/2wXuVEzGim
— ANI (@ANI) January 21, 2021
सीआईआई के सीईओ अदार पूनावाला ने ट्वीट कर कहा है, "हमें अभी-अभी कुछ हताशापूर्ण खबरें मिली हैं. हमें पता चला है कि इस हादसे में कुछ लोगों की मौत हुई है. हमें इसका गहरा दुख है. मारे गए लोगों के परिवार वालों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं हैं."
We have just received some distressing updates; upon further investigation we have learnt that there has unfortunately been some loss of life at the incident. We are deeply saddened and offer our deepest condolences to the family members of the departed.
— Adar Poonawalla (@adarpoonawalla) January 21, 2021
एक और ट्वीट में उन्होंने कहा, "मैं सभी सरकारों और लोगों को इस बात को लेकर आश्वस्त करना चाहता हूँ कि उत्पादन के लिए कई इमारतों के इस्तेमाल करने की वजह से कोविशील्ड के उत्पादन को किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुँचेगा. मैंने इस तरह की आकस्मिक घटनाओं से निपटने के लिए उन्हें रिजर्व रखा हुआ है. पुणे पुलिस और फायर डिपार्टमेंट को बहुत-बहुत धन्यवाद."
I would like to reassure all governments & the public that there would be no loss of #COVISHIELD production due to multiple production buildings that I had kept in reserve to deal with such contingencies at @SerumInstIndia. Thank you very much @PuneCityPolice & Fire Department
— Adar Poonawalla (@adarpoonawalla) January 21, 2021
सीआईआई विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) की ओर से समर्थित कोवैक्स स्कीम का हिस्सा है. इसका मकसद गरीब देशों को वैक्सीन उपल्ब्ध करवाना है. सीआईआई पुणे के मंजरी में स्थित है. सीआईआई का परिसर करीब 100 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है. जिस मंजरी कॉम्पलेक्स में आग लगी थी, वह वैक्सीन फैकल्टी के स्थान से कुछ मिनट की ही दूरी पर है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल नवंबर में सीआईआई का दौरा कर वैक्सीन निर्माण की प्रगति का जायजा लिया था.

देश में कोरोना का टीकाकरण अभियान 16 जनवरी से शुरू हुआ है. इसे दुनिया का सबसे बड़ा कोरोना वायरस टीकाकरण अभियान बताया जा रहा है. पहले दौर में स्वास्थ्यकर्मियों को यह टीका लगाया जा रहा है. सरकार ने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और सीआईआई की कोविशील्ड के इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत दी है.
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