उत्तर प्रदेश : बेटी से छेड़खानी की शिकायत करने वाले पिता की हाथरस में हत्या
हत्या के मुख्य आरोपी के खिलाफ जुलाई 2018 में घर में घुसकर छेड़खानी करने की शिकायत दर्ज कराई गई थी. वो इस मामले में जेल भी गया था. जमानत पर रिहा होने के बाद वह मुकदमा वापस लेने का दबाव डाल रहा था.
दलित लड़की के साथ हुई हैवानियत को लेकर चर्चा में रहा हाथरस एक बार फिर अपराध को लेकर चर्चा में है. हाथरस के सासनी थानाक्षेत्र के एक गांव में सोमवार शाम एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पीड़ित परिवार का आरोप था घर में घुसकर छेड़खानी करने के आरोपियों ने इस वारदात को अंजाम दिया. पीड़ित परिवार ने इस मामले में 4 नामजद और 2 अज्ञात के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराया था. पुलिस के मुताबिक एक नामजद व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है और बाकी के आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है.

'एशियाविल हिंदी' ने इस संबंध में हाथरस की पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) रुची गुप्त से बात की. सीओ ने बताया कि पीड़ित परिवार ने हत्या के मामले में जिन चार लोगों को नामजद किया था, उनमें शामिल ललित शर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उन्होंने बताया कि इस मामले के बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं.
हत्या का मामला सोमवार का है. हाथरस जिले के सासनी गेट पुलिस थाने के नौजरपुर गांव में रहने वाले अमरीश शर्मा की उस समय हत्या कर दी गई थी, जब वो अपने खेत पर आलू खोदवा रहे थे.
पीड़ित परिवार का कहना है कि अमरीश अपने खेतों पर मजदूरों से आलू की खोदाई करा रहे थे. दोपहर में उनकी पत्नी और बेटी प्रियंका के साथ उन्हें खाना देने गई थीं. इस दौरान आरोपी गौरव अपने 3 साथियों के साथ सफेद रंग की गाड़ी में आया और उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. घायल अमरीश को उनके परिजन अस्पताल लेकर जा रहे थे. लेकिन उनकी रास्ते में ही मौत हो गई.
अमरीश की बेटी की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर के मुताबिक उनके गांव के निवासी गौरव शर्मा, रोहिताश शर्मा, निखिल शर्मा और ललित शर्मा खेत पर सफेद रंग की एक कार में आए. उनके पास हथियार भी थे. गौरव ने हमसे मुकदमा वापस लेकर मामला सुलझाने को कहा. लेकिन मेरे पिता उन्हें कोई जवाब दे पाते, उससे पहले ही उन्होंने उनपर फायरिंग शुरू कर दी. उन्हें तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया, वहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.

पीड़ित परिवार का कहना है कि अमरीश ने 16 जुलाई 2018 को गौरव शर्मा नाम के एक युवक के खिलाफ घर में घुसकर छेड़खानी करने की शिकायत की थी. इस पर सासनी थाना पुलिस ने उसके खिलाफ धारा 354 (महिला की लज्जा भंग करने के उद्देश्य से उस पर हमला करना या आपराधिक बल प्रयोग करना) के तहत मामला दर्ज किया था. पुलिस ने गौरव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. वह 15 दिन तक जेल में रहा था. जेल से आने के बाद से गौरव मुकदमा वापस लेने के लिए अमरीश पर दबाव डाल रहा था. लेकिन उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया था. इससे गौरव नाराज था. इसी रंजिश में उसने इस वारदात को अंजाम दिया.
मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद मृतक अमरीश का उनके गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया. इसके लिए सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए थे. सासनी पुलिस थाने के प्रभारी गौरव सक्सेना ने बताया
बताया जा रहा है कि इस मामले का मुख्य आरोपी गौरव शर्मा समाजवादी पार्टी (सपा) से जुड़ा हुआ है. इसलिए अब इस मामले पर राजनीति भी शुरू हो गई है.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने ट्विट करते हुए कहा कि 'हाथरस की बेटी' के बाद अब हाथरस में एक और बेटी के साथ हुई छेड़खानी की शिकायत करने वाले पिता की सरेआम हत्या का दुर्दांत कांड हुआ है. बीजेपी सरकार से हताश उत्तर प्रदेश की नारियों ने अब तो इस सरकार से इंसाफ़ की माँग करना भी छोड़ दिया है. बहुत हुआ महिलाओं पर अत्याचार, अबकी बार बीजेपी बाहर!
वहीं आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी इस मामले को लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है, ''आदित्यनाथ जी क्या आपकी सरकार ने अपना ज़मीर बेंच दिया है? क्या इस बिटिया की चींख आपकी बहरी सरकार के कानो तक नही पहुँच रही? बेटी के साथ हो रही छेड़खानी पर पिता ने शिकायत की तो उनकी निर्मम हत्त्या कर दी गई.क्या करे एक मजबूर बाप बताओ आदित्यनाथ जी?