केंद्र सरकार के तीन खेती कानूनों के ऐतिहासिक संघर्ष के 10 महीने पूरे होने पर केंद्र सरकार के खिलाफ 40 से ज्यादा किसान संगठनों ने सोमवार को भारत बंद का ऐलान किया.
तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का नेतृत्व करने वाले 40 से अधिक किसान संघों के एक संगठन संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने ये बंद बुलाया. यह बंद सुबह 6 बजे से शुरू होकर शाम 4 बजे तक जारी रहा. इस बंद को किसान नेताओं ने पूरी तरह सफल बताया. इस बीच प्रदर्शन के दौरान दिल्ली-सिंघु बॉर्डर पर एक किसान की मौत हो गई. पुलिस का कहना है कि दिल का दौरा पड़ने से उसकी जान गई है. इस दौरान सोशल मीडिया पर भी किसान आंदोलन की गूंज दिखाई दी और #FarmersProtest #आज_भारत_बंद_है जैसे हैशटैग टवीटर पर ट्रेंड करते रहे.
उधर कांग्रेस ने भारत बंद पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए एक टवीट किया. जिसमें गांधी जी का एक क्वोट लिखा था-आपका एक्शन आपकी प्राथमिकताओं को दर्शाता है. और उसमें एक तरफ किसानों की ओर दूसरी तरफ पीएम मोदी का सेंट्रल विस्टा वाली फोटो लगी थी. जिन पर लिखा था कि किसानों के लिए समय नहीं है लेकिन अपने महल के लिए ढ़ेर समय है. सब याद रखा जाएगा.
Action expresses priorities.
— Congress (@INCIndia) September 27, 2021
- Mahatma Gandhi#आज_भारत_बंद_है#IStandWithFarmers pic.twitter.com/YpdmzJOwzO
वहीं, सरकार ने किसानों से अपील की है कि वे आंदोलन छोड़कर बातचीत का रास्ता अपनाएं. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकार किसानों की आपत्तियों पर विचार करने के लिए तैयार है.
This is discipline and honestly of farmers that they vacated the roads at the scheduled time.#आज_भारत_बंद_है #FarmersBharatBandh #BharathBandh #FarmersProtest https://t.co/JMLhHwajKi
— Kisan Ekta Morcha (@Kisanektamorcha) September 27, 2021
इस देशव्यापी हड़ताल के दौरान देश में अधिकतर सरकारी और निजी कार्यालय, शैक्षणिक और अन्य संस्थान, वाणिज्यिक प्रतिष्ठान और अन्य कार्यक्रम प्रभावित रहे. हालांकि, अस्पताल, मेडिकल स्टोर, राहत और बचाव कार्य सहित सभी आपातकालीन और आवश्यक सेवाओं वाले लोगों को छूट रही. बंद के कारण गुरुग्राम-दिल्ली हाइवे पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया है तो वहीं कई शहरों में ट्रेनें भी थम गई हैं. दिल्ली से उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाला गाजीपुर बॉर्डर किसान आंदोलनकारियों ने जाम कर दिया है. बंद की वजह से जगह-जगह भयंकर ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई है. कई नेशनल और स्टेट हाईवे ब्लॉक रहे,कई रूट डायवर्ट करने पड़े. ट्रेनों की आवाजाही भी प्रभावित रही. दिल्ली से जाने वाले कई ट्रेनें रद्द कर दी गईं.
And they say today is #BharatBandh
— Rishi Bagree (@rishibagree) September 27, 2021
pic.twitter.com/Fng9qgPJ03
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हमारा ‘भारत बंद’ सफल रहा है. हमें किसानों का पूरा समर्थन मिला. हम सब कुछ सील नहीं कर सकते थे क्योंकि हमें लोगों की आवाजाही का भी ध्यान रखना है. हम सरकार से बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन कोई बातचीत नहीं हो रही.
He (Yogi Adityanath) had promised in the manifesto to raise value of sugarcane to Rs 375-Rs 450, yet he increased only Rs 25. He should give an account of the losses faced. The govt has failed completely. Crops are not being sold at MSP rates: BKU leader Rakesh Tikait pic.twitter.com/2tFjzDun4f
— ANI UP (@ANINewsUP) September 27, 2021
किसान एकता मोर्चा ने भी अपने टवीटर हैंडल से बंद को सफल बताते हुए टवीट किया- “आज के भारत बंद को सफल बनाने के लिए तमाम किसानों, मजदूरों, विद्यार्थियों, कर्मचारियों व समाज के सभी वर्गों का धन्यवाद. केंद्र सरकार व भाजपा यह जान ले कि किसान आंदोलन की गति दिनों दिन बढ़ रही है व मांगे पूरी नहीं होने तक किसान आंदोलन जारी रहेगा.” #आज_भारत_बंद_है #BharathBandh
आज के भारत बंद को सफल बनाने के लिए तमाम किसानों, मजदूरों, विद्यार्थियों, कर्मचारियों व समाज के सभी वर्गों का धन्यवाद।
— Kisan Ekta Morcha (@Kisanektamorcha) September 27, 2021
केंद्र सरकार व भाजपा यह जान ले कि किसान आंदोलन की गति दिनों दिन बढ़ रही है व मांगे पूरी नहीं होने तक किसान आंदोलन जारी रहेगा।#आज_भारत_बंद_है #BharathBandh
भारत बंद पर भारतीय किसान यूनियन के उपाध्यक्ष हरनाम सिंह वर्मा से एशियाविल ने बातचीत की.
हरनाम वर्मा ने मुझे बताया, “हमारा कल का बंद सफल रहा. बाकी यह हमारे कार्यक्रम इसी तरह चलते रहेंगे. अब कोई इंसान सो रहा है तो उसे उठाना आसान है. लेकिन कोई इंसान जग रहा है लेकिन आंखें खोले पड़ा हुआ है तो उसे उठाना मुश्किल है. वर्तमान में मोदी और योगी का यही हाल है वे आंखें खोलें पड़े हुए हैं. सरकार और गोदी माडिया कह रही है कि मुट्ठी भर किसान हैं तो फिर मोदी जी टीवी पर बैठकर क्यों किसानों को ज्ञान दे रहे हैं. अब वैसे यह लंबी-लंबी बात किसानों के बारे में करते हैं लेकिन यूपी में एक भी लैब बता दो जहां से बीज या पेस्टीसाइड की जांच होती हो. हम तो सिर्फ एमएसपी की गारंटी और कानून वापसी ही तो मांग रहे हैं. ये किसान को बेवकूफ न समझें किसान अब बहुत समझदार हो चुका है. और ये मुट्ठी भर किसान ही पहले इन्हें 2022 में भगाएंगे और फिर 2024 में इनका सफाया करेंगे.”
आंदोलनकारी किसानों की ओर से बुलाए गए 'भारत बंद' को अधिकतर विपक्षी दलों ने समर्थन दिया. विपक्षी पार्टियों कांग्रेस, आरजेडी, आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी और लेफ्ट पार्टियों ने भारत बंद का समर्थन किया. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा कि किसानों का अहिंसक सत्याग्रह आज भी अखंड है, लेकिन शोषण-कार सरकार को ये नहीं पसंद है. इसलिए आज भारत बंद है.
किसानों का अहिंसक सत्याग्रह आज भी अखंड है
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 27, 2021
लेकिन शोषण-कार सरकार को ये नहीं पसंद है
इसलिए #आज_भारत_बंद_है #IStandWithFarmers
गौरतलब है कि देश के विभिन्न हिस्सों, विशेष रूप से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान, पिछले साल नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. हालांकि, सरकार तीन कानूनों को प्रमुख कृषि सुधारों के रूप में पेश कर रही है. आंदोलन कर रहे किसानों की सरकार से कई राउंड बातचीत हुई मगर नतीजा सिफर रहा. किसान संगठन पहले भी सरकार पर दबाव बढ़ाने के लिए 'चक्का जाम' और 'भारत बंद' कर चुके हैं.