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सदा- एपिसोड-18: सुनिए हसरत मोहानी की मशहूर ग़ज़ल 'चुपके-चुपके रात-दिन' और जानिए उनकी ज़िंदगी के बारे में
सदा के इस एपिसोड में बेहतरीन शायर हसरत मोहानी के बारे में देखिए-सुनिए.
सदा का ये एपिसोड इस बार हसरत मोहानी को समर्पित है. हसरत मोहानी (Hasrat Mohani) की चुपके-चुपके रात दिन आंसू बहाना याद है (Chupke Chupke raat din aansu bahana yaad hai) समेत कई गजलें काफी लोकप्रिय हुईं. हसरत मोहानी न सिर्फ़ इश्क-मोहब्बत के शायर थे, बल्कि उनमें इंक़लाबी जुनून भी था. इंकलाब जिंदाबाद (Inquilab Zindabad by Hasarat Mohani) का नारा उन्होंने ही बुलंद किया था जिसके बगैर आज की तारीख में कोई भी प्रदर्शन मुकम्मल नहीं होता. सदा के इस एपिसोड में हसरत मोहानी की ग़ज़लें और उनकी ज़िंदगी के बारे में विस्तार से समझा रहे हैं शशिभूषण समद. #HasratMohani #ChupkeChupkeRaatDin #ShashibhushanSamad