हाल ही में विश्वकप से पहले पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज में इंग्लैंड ने पाकिस्तान को करारी हार का मजा चखाया था. वनडे क्रिकेट के इतिहास में पहली बार किसी टीम ने लगातार चार मैचों में 340 से ज़्यादा का स्कोर बनाया.
पाकिस्तान के ख़िलाफ़ विश्वकप का अपना दूसरा मैच इंग्लैंड भले ही हार गया हो, लेकिन इंग्लैंड के दो बल्लेबाज़ों ने जिस तरह शतक बनाकर मैच में रोमांच भर दिया था, उसे देखकर साफ़ लग रहा है कि इंग्लैंड की टीम अभी भी 300+ स्कोर का पीछा आसानी से कर सकती है.
बीते चार साल में विश्व क्रिकेट में इंग्लैंड का रिकॉर्ड ख़ुद ये चीख़-चीख़कर मुनादी कर रहा है. 2015 के विश्वकप के बाद से अब तक 24 बार किसी टीम ने 300 से ज़्यादा रनों का पीछा करते हुए जीत हासिल की है, इनमें से 9 बार ये कारनामा अकेले इंग्लैंड ने कर दिखाया है. अगर इंग्लैंड से बाक़ी टीमों की तुलना करें तो कोई भी टीम आस-पास भी नहीं दिखती.
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इंग्लैंड ने 56.25% मैचों में सफलतापूर्वक 300 रनों का पीछा किया. इस सूची में दूसरे नंबर पर मौजूद ऑस्ट्रेलिया का आंकड़ा 27 फ़ीसदी है. यानी इंग्लैंड दोगुने से भी ज़्यादा अंतर से नंबर वन है. भारत की बल्लेबाज़ी की इस दौर में सबसे ज़्यादा तारीफ़ हुई. विराट कोहली और रोहित शर्मा ने इन चार सालों के दौरान बेहतरीन बल्लेबाज़ी की. महेन्द्र सिंह धोनी को शानदार फिनिशर के रूप में दुनिया जानती है, लेकिन भारत का रिकॉर्ड इस मामले में महज 25 फ़ीसदी का है.
ऐसे में अगर विश्वकप के कल के मुक़ाबले में पाकिस्तान से मिली हार के बाद इंग्लैंड को कम आंका जा रहा है तो ये सही नहीं होगा. ऐसा नहीं है कि विश्वकप के बाकी के मुक़ाबलों में इंग्लैंड का शानदार प्रदर्शन देखने को नहीं मिलेगा.
इंग्लैंड ने इन चार सालों में दिग्गज टीमों को धूल चटाई और दुनिया की नंबर वन टीम के तमगे के साथ वो इस विश्वकप में शिरकत कर रही है. इंग्लैंड ने 2015 विश्वकप के बाद अपने तेवर को नई धार दी और इस वक़्त इस टीम में जॉनी बेयरस्टो, जेसन रॉय, जो रूट, इयॉन मॉर्गन, जोस बटलर, बेन स्टोक्स और मोइन अली जैस बल्लेबाज़ हैं जो दुनिया की किसी भी पिच पर किसी भी स्कोर का पीछा करने की क़ाबिलियत रखते हैं.
इन्हीं खिलाड़ियों की बदौलत इंग्लैंड ने 2015 के बाद से 70.7 फ़ीसदी वनडे मैच जीते है. इस सूची में इंग्लैंड के बाद दूसरे नंबर पर भारत है, जिसने 65.9 फ़ीसदी मैच जीतने में कामयाब रही है.
एकदिवसीय क्रिकेट में इंग्लैंड के दबदबे का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 2015 से अब तक सिर्फ 5 बार 400 से ज़्यादा के स्कोर बने हैं और इंग्लैंड ने इन पांच में से चार बार अकेले ये कारनामा कर दिखाया.
इंग्लैंड ने हाल ही में वेस्ट इंडीज टूर पर 5 मैच की वनडे सीरीज में 418 रन का बड़ा स्कोर खड़ाकर मैच जीता था. उससे पहले ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ ट्रेंट ब्रिज के मैदान पर 481 रन बनाए थे और मैच जीता था. इससे पहले 2016 में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ 444 रन स्कोर किया था और जीत हासिल की थी. 2015 में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ 408 रन का स्कोर खड़ा किया था और इस मैच में भी इंग्लैंड ने जीत हासिल की थी.
याद दिला दें कि हाल ही में विश्वकप से पहले पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज में इंग्लैंड ने पाकिस्तान को करारी हार का मजा चखाया था. वनडे क्रिकेट के इतिहास में पहली बार किसी टीम ने लगातार चार मैचों में 340 से ज़्यादा का स्कोर बनाया. इंग्लैंड का चार मैच की सीरीज में स्कोर था 373/3, 359/4, 341/7और 351/9. इसी ताक़त के बूते इंग्लैंड को मौजूदा विश्वकप की सबसे फेवरेट टीम माना जा रहा है.
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