कांग्रेस सांसद शशी थरूर और पत्रकार राजदीप सरदेसाई समते आठ लोगों पर नोएडा में देशद्रोह का केस
नोएडा के सेक्टर 20 पुलिस थाने में एक समाजसेवी ने कांग्रेस सांसद शशी थरूर, वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई और मृणाल पांडेय समेत 8 लोगों पर राजद्रोह और आईटी एक्ट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करवाया है.
दिल्ली में 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के मामले में कांग्रेस सांसद शशि थरूर, टीवी पत्रकार राजदीप सरदेसाई समते आठ लोगों के खिलाफ राजद्रोह और आईटी एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. यह मामाल उत्तर प्रदेश के नोएडा में दर्ज कराया गया है. मामला दर्ज कराया है एक समाजसेवी ने.

नोएडा के सेक्टर 20 थाने को अपनी शिकायत में समाजसेवी ने कहा है कि इन लोगों ने 26 जनवरी को दिल्ली में हिंसक किसान प्रदर्शन से संबंधित अपुष्ट खबरें चलाईं और ट्वीट किए.
नोएडा के पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) राजेश एस ने बताया कि अर्पित मिश्र नाम के एक समाजसेवी ने थाना सेक्टर 20 में रिपोर्ट दर्ज कराई है. उन्होंने कहा कि प्राथमिकी में शशि थरूर, राजदीप सरदेसाई, मृणाल पांडे, जफर आगा, परेशनाथ, अनंतनाथ और विनोद के जोस सहित आठ लोगों के नाम शामिल हैं.
मृणाल पाण्डेय कांग्रेस के अखबार 'नेशनल हेराल्ड' की वरिष्ठ संपादकीय सलाहकार हैं, जफर आगा, कांग्रेस के ही ऊर्दू अखबार 'कौमी आवाज' के मुख्य संपादक हैं, राजदीप सरदेसाई इंडिया टुडे समूह के सलाहकार संपादक हैं, परेशनाथ, अंग्रेजी पत्रिका 'कारवां' के मुख्य संपादक-प्रकाशक है, विनोद के जोस 'कारवां' के संपादक और अनंतनाथ कारवां के कार्यकारी संपादक हैं.

पुलिस अधिकारी ने बताया कि एफआईआर में आईपीसी की विभिन्न धाराओं के अलावा आईटी एक्ट की धाराएं भी लगाई गई हैं. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
पुलिस में मामला दर्ज होने से पहले एक ट्वीट को लेकर 'इंडिया टुडे' ने अपने कंसल्टिंग एडिटर राजदीप सरदेसाई को दो सप्ताह के लिए टीवी पर कार्यक्रम पेश करने से रोक दिया था और उनकी एक महीने की सैलरी काटने की घोषणा की थी.
उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ महीनों में पत्रकारों के खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए हैं. पिछले दिनों कानपुर देहात जिले उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस पर 24 जनवरी को आयोजित एक कार्यक्रम में स्कूली बच्चों की ठंड में खड़ा रखने से संबंधित खबर दिखाने पर तीन पत्रकारों पर मामला दर्ज कराया था.

कानपुर देहात के बेसिक शिक्षा अधिकारी की ओर से अकबरपुर कोतवाली में दर्ज कराई गई एफआईआर में पत्रकार मोहित कश्यप, अमित सिंह और यासीन मलिक को धारा-505 और 506 का आरोपी बनाया गया है.
इससे पहले हाथरस में एक दलित युवती के साथ हुई हैवानियत की रिपोर्टिंग के लिए जा रहे केरल के पत्रकार सिद्दीकी कप्पन की गिरफ्तार कर लिया गया था. पुलिस ने उनको इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़ा हुआ बताया था.