नाक से लगाई जाएगी भारत में विकसित हो रही कोरोना वैक्सीन!
माना जा रहा है कि संक्रमण के पहुंचने का जो रास्ता है वहीं सबसे पहले उसे रोकने के लिए नाक के जरिए ही वैक्सीन लगानी होगी. भारत में बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड ने जो वैक्सीन विकसित की है, वह नाक के जरिए लगाई जाएगी.
कोरोना वायरस की चपेट में आए दुनियाभर के लोग वैक्सीन के जल्द से जल्द आने की उम्मीद कर रहे हैं. इस बीच भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने मंगलवार को कहा कि कोविड-19 वैक्सान का देश में ह्यूमन ट्रायल शुरू हो गया है और यह वैक्सीन नाक के जरिए कोरोना मरीजों को दिया जाएगा. कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों के लिए भारत बायोटेक (Bharat Biotech) कंपनी ट्रायल में नाक के जरिए इंजेक्शन लगाएगी.
नाक के जरिए वैक्सीन देने का मकसद सिर्फ ये है कि कोरोना वायरस सबसे ज्यादा नाक के जरिए ही किसी इंसान को संक्रमित करता है. ऐसे में नाक में टीका लगाने से कोरोना वायरस से बचाव का मजबूत तरीका मिलेगा.
नाक में इंजेक्शन लगाने के पीछे विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना वायरस म्यूकोसा (Mucosa) के माध्यम से शरीर में आते हैं, जो नाक, मुंह, फेफड़े और पाचन तंत्र को प्रभावित करते हैं. सामान्य तौर पर वैक्सीन शरीर के ऊपरी हिस्सों पर लगाए जाते हैं. हालांकि हर वायरस की अपनी अलग प्रवृत्ति होती है. कोरोना वायरस उन सभी से अलग है. लिहाजा इस इंजेक्शन को नाक में लगाया जाएगा.

माना जा रहा है कि संक्रमण के पहुंचने का जो रास्ता है वहीं सबसे पहले उसे रोकने के लिए नाक के जरिए ही वैक्सीन लगानी होगी. भारत में बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड ने जो वैक्सीन विकसित की है, वह नाक के जरिए लगाई जाएगी. विशेषज्ञों का मानना है कि अगर नाक के जरिए वैक्सीन लगाई जाएगी तो वह सीधा वायरस पर अटैक करेगी.
वहीं ICMR के महानिदेशक डॉक्टर बलराम भार्गव ने देश में विकसित दो वैक्सीन का संदर्भ देते हुए कहा कि क्योंकि भारत दुनिया में सबसे बड़े वैक्सीन निर्माताओं में से एक है, इसलिए तेज़ी से बढ़ रहे कोरोना वायरस संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए वैक्सीन विकास प्रक्रिया को तेज़ करना देश का ‘नैतिक दायित्व’ है. भारत के औषधि महानियंत्रक (DCGI) ने दोनों वैक्सीन के पहले और दूसरे स्टेज के ह्यूमन ट्रायल की अनुमति दे दी है.
इनमें से एक वैक्सीन भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड ने ICMR के साथ मिलकर विकसित किया है, जबकि दूसरी वैक्सीन जायडस कैडिला (Zydus Cadila) हेल्थकेयर लिमिटेड ने तैयार किया है.