इस देश में चर्च ने फैलाया कोरोना और कहा ये शैतान का काम है, अब हो रही है कार्रवाई
दुुनिया भर में कोरोनावायरस के 92 हज़ार से ज़्यादा केस सामने आने के बाद दहशत का माहौल है. ऐसे में एक देश के चर्च ने ऐसी लापरवाही बरती जिसके कारण वहां ये बीमारी काफी फैल गई.
कोरोना वायरस (Corona Virus) दुनिया में काफी तेज़ी से फ़ैल रहा है और पीड़ितों की संख्या बढ़कर 92000 पहुंच गई है. भारत में भी आज कई मरीज़ों के रिजल्ट पॉजिटिव पाए गए हैं. इसे देखते हुए अब कई देशों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. चीन (China) के बाद सबसे ज़्यादा दहशत दक्षिण कोरिया (South Korea) में है. वहां मरने वालों की तादाद बढ़कर 33 हो गई है.
हालांकि दक्षिण कोरिया में इस वायरस के फैलने की कहानी एक चर्च की लापरवाहियों से जुड़ी बताई जा रही है. इन मौतों के बाद इस चर्च के संस्थापक ली-मन-ही और 11 अन्य के ख़िलाफ़ केस भी दर्ज कर लिया गया है. उधर ली का कहना है कि ये बीमारी शैतान ने फैलाई है. हालांकि उन्होंने बाद में प्रेस के सामने आकर देश से माफ़ी मांगी.
उन पर अधिकारियों से कोरोना पीड़ित कुछ लोगों के नाम छुपाने का आरोप है. ये अधिकारी शहर में वायरस फैलने से पहले इससे प्रभावित को ट्रैक करने की कोशिश कर रहे थे. चर्च ने पीड़ितों की जानकारी होने के बावजूद उसे प्रशासन के साथ साझा नहीं किया और बार-बार ये दावा किया जाता रहा है कि ये दैवीय प्रकोप है.
देश में मंगलवार तक कोरोना वायरस के 3730 मामले सामने आ चुके हैं. इनमें से आधे पीड़ित एक ईसाई समूह की ओर से चलाए जा रहे चर्च के सदस्य हैं. इसी के बाद प्रशासन को चर्च के इरादे पर शक हुआ था. दक्षिण कोरिया ने बुधवार को कोरोना वायरस से संक्रमित 142 नए मामलों की पुष्टि की जिससे इस बीमारी से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 5,328 हो गई है. वायरस के संक्रमण के कारण दो और लोगों की मौत होने के बाद मृतकों की कुल संख्या 33 हो गई है.

प्रशासन का कहना है कि बीते महीने दक्षिणी शहर डाएगू में शिन्चेऑन्जी चर्च के सदस्यों में एक-दूसरे के जरिए कोरोना वायरस फैलता गया और फिर धीरे-धीरे देश के दूसरे हिस्सों में भी इसका असर होने लगा.एक वरिष्ठ सदस्य किम शिन चांग ने बीबीसी को बताया कि चर्च को 'इस मामले में बेहद दुख' है. उन्होंने माना कि चर्च के सदस्य अपनी पहचान जाहिर करने से घबरा रहे थे. लेकिन वो यह भी कहते हैं कि अब चर्च ने सभी पीड़ितों के बारे में जानकारी साझा कर दी है. इसमें सभी सदस्यों और जगहों की जानकारी भी है.
उन्होंने कहा, "हम अपने सदस्यों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस तरह की जानकारी देने से बच रहे थे. लेकिन फिलहाल में लगता है कि सरकार का पूरी तरह सहयोग करना ही सबसे ज़्यादा ज़रूरी है."
साउथ कोरिया रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (केसीडीसी) स्थानीय समयानुसार दिन में दो बार डाटा उपलब्ध करा रहा है. वायरस का संक्रमण पिछले 13 दिन में बढ़ा है और 19 फरवरी से दो मार्च के बीच 4304 नए मामले सामने आये हैं. यहां वायरस अलर्ट अपने सबसे उच्चतम स्तर 'रेड' निशान तक पहुंच गया है. दाएगु में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 4006 पहुंच गई है और उत्तरी ग्योंगसैंग में 774 लोग संक्रमित हुए हैं.