Lockdown in Bihar: बिहार के DGP हाथ जोड़कर क्यों कर रहे हैं विनती?
आज बिहार में Lockdown का दूसरा दिन है. पहले दिन इसका कुछ ख़ास असर नहीं दिखा. जिस वजह से बिहार पुलिस के प्रमुख को हाथ जोड़कर करनी पड़ी विनती.
आज बिहार में लॉकडाउन का दूसरा दिन है. राज्य के सभी 38 ज़िलों में लॉकडाउन घोषित है लेकिन पहले दिन साफ़-साफ़ दिखा कि बिहार के लोगों ने लॉकडाउन को सीरियसली नहीं लिया. बाज़ार खुले. बड़ी-बड़ी गाड़ियां चलीं. बसों पर लद-लद के लोग राज्य की राजधानी पटना से आ रहे थे. गांवों से लेकर शहर तक. छोटे कस्बे से लेकर राज्य की राजधानी पटना तक में लोगों ने लॉकडाउन को ही घरों में 'लॉक' कर दिया और ख़ुद पान खाने, तफ़री लेने. चौकबाज़ी करने निकल पड़े.
कहीं शिव चर्चा हो रही थी तो कहीं बारात सज रही थी. कहीं सामूहिक नमाज़ अदा की जा रही थी तो कहीं पास-पास बैठकर कोरोना पर वाटसऐप से मिले ज्ञान के आधार पर चर्चा हो रही थी. ये सब पूरी बेफ़िक्री और लापरवाही से पूरे दिन होता रहा. शाम होते-होते ये ख़बर पूरे देश में फैल गई.
लोग शक करने लगे कि क्या ये वही राज्य है जो सबसे ज़्यादा IAS-IPS पैदा करने का दंभ भरता रहता है? क्या ये वही राज्य है जो चाणक्य को ख़ुद का पूर्वज बताता है? आदि, आदि.
ख़ैर, जब इस लापरवाही की ख़बर बिहार पुलिस के प्रमुख गुप्तेश्वर पांडेय को मिली तो तो उन्होंने एक वीडियो संदेश जारी किया. इस वीडियो में राज्य की जनता से हाथ जोड़कर विनती कर रहे हैं. समझा रहे हैं. लॉकडाउन का माने बता रहे हैं. वो कह रहे हैं, "देखिए, मैं राज्य की जनता से हाथ जोड़कर विनती कर रहा हूं. आप बात मानिए. अपने घरों में रहिए. लॉकडाउन का मतलब है, सब कुछ बंद. अपने लिए. अपने परिवार के लिए इस आदेश को मानिए. पुलिस का साथ दीजिए. नियम का उलंघन मत कीजिए."
लगभग चार मिनट लंबे इस वीडियो में बिहार के सबसे बड़े पुलिस अधिकारी अपने राज्य की जनता से घर में रहने का अनुरोध कर रहे हैं. वो बार-बार लोगों से कह रहे हैं कि स्थिति की गम्भीरता को समझिए.
सवाल ये है कि बिहार में लोग इस आदेश को मान क्यों नहीं रहे हैं? इसके कई कारण हैं. पहली वजह तो है लापरवाही. जानकारी का अभाव और मौक़े का फ़ायदा उठाने की पुरानी आदत. दूसरी वजह है ज़रूरत. कल से नवरात्रा शुरू हो रहा है. उसके बाद छठ की गहमागहमी शुरू हो जाएगी. ग़नीमत तो ये है कि इस छठ या नवरात्रा को उतनी बड़ी संख्या में नहीं मनाया जाता है.
इसके अलावे एक दिक्कत और भी है. इन इलाकों में बड़ी संख्या में सब्ज़ी, दुग्ध और दूसरे खाद्य सामग्रियों की उपज होती है. इन्हें उपजाने वाले किसान एक दिन भी मंडी जाना नहीं छोड़ना चाहते.
चाहे स्थिति कुछ भी हो. हक़ीक़त ये है कि आज से पूरे देश में लॉकडाउन है. पूरी तरह से. ये लॉकडाउन जनता की भलाई के लिए है. लोगों को सुरक्षित रखने के लिए है. इसका पालन होना ही चाहिए.
अभी तक देश में कोरना वायरस के 492 मामले मिल चुके हैं. 9 मौतें हो चुकी है. नए मामले मिलने में तेज़ी देखी जा रही है. ऐसे में ज़रूरी है कि सतर्कता बरती जाए.