कोरोना का कहर : लखनऊ के शमशान में लग रही हैं लाइन, घंटों करना पड़ रहा है इंतजार
गुरुवार को लखनऊ में कोरोना वायरस के संक्रमण के 2 हजार 369 नए मामले सामने आए थे और 11 लोगों की मौत दर्ज की गई थी.
देश में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. इस संक्रमण से मरने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की हालत यह हो गई है कि विद्युत शवदाह गृहों पर लंबी-लंबी लाइने लग रही हैं. लखनऊ के विद्युत शवदाह गृहों पर गुरुवार को रात नौ बजे तक 38 शवों का अंतिम संस्कार हुआ था. इसमें 18 बैकुंठ धाम और 20 गुलाला घाट पर दाह संस्कार संपन्न हुए. इस दौरान लोगों को करीब 6 घंटे तक इंतजार करना पड़ा. प्रदेश में कोरोना ने अपने पिछले रिकॉर्ड तोड़ दिया है. गुरुवार को लखनऊ में कोरोना वायरस के संक्रमण के 2 हजार 369 नए मामले सामने आए थे और 11 लोगों की मौत दर्ज की गई थी.

लखनऊ के दोनों विद्युत शवदाह गृहों पर सुबह से ही शवों का पहुंचना शुरू हो गया था. अपराह्न एक बजे तक 12 शव पहुंच चुके थे. इसमें तीन का अंतिम संस्कार हो सका था. वहां लोगों को टोकन दिया जा रहा था. एक शव के अंतिम संस्कार में एक से डेढ़ घंटे का समय लगता है. लगभग एक घंटे शव को जलने में व 15-20 मिनट सेनेटाइज करने में खर्च होता है. वहां पर दो मशीनें हैं. लेकिन एक मशीन दो दिन से खराब थी. उसे गुरुवार की शाम तक ठीक कर दिया गया.
बिना सुरक्षा के कर्मचारी
रात नौ बजे तक यहां पर 18 शवों का अंतिम संस्कार हुआ. बुधवार की सुबह 4 बजे तक अंतिम संस्कार की प्रक्रिया चलती रही थी. बैकुंठ धाम के कर्मचारियों ने कहा कि गुरुवार को भी यही स्थिति रहेगी. रातभर अंतिम संस्कार होता रहेगा.
शहर के गुलाला घाट शमशान घाट पर भी लोगों को टोकन दिया गया. वहां पर भी देर रात तक 20 शवों का अंतिम संस्कार किया गया.
दोनों विद्युत शवदाह गृहों के कर्मचारी बिना पीपीई किट के ही शवों को एम्बुलेंस से उठा रहे हैं और उनका अंतिम संस्कार कर रहे हैं. एक शव के अंतिम संस्कार में चार कर्मचारी लगते हैं. इस लिहाज से चार पीपीई किट की जरूरत होती है. लेकिन नगर निगम दोनों स्थानों पर मिलाकर 60-70 पीपीई किट ही उपलब्ध करा पा रहा है. जबकि मौजूदा समय में हर दिन लगभग 200 पीपीई किट की जरूरत है. मास्क व ग्लब्स भी नहीं हैं. कर्मचारियों को धुलकर काम चलाना पड़ रहा है.

उत्तर प्रदेश में गुरुवार को कोरोना वायरस के संक्रमण के 8 हजार 490 मामले सामने आए थे. यह करोना महामारी शुरू होने के बाद से एक दिन में सबसे अधिक मामले हैं. इस दौरान 39 लोगों की मौत भी हुई है. प्रदेश में कोरोना से मरने वालों की संख्या 9 हजार से अधिक हो गई है. वहीं, संक्रमितों का आंकड़ा 6 लाख 54 हजार हो गया है.
राजधानी लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी और कानपुर में ही कोरोना के सबसे अधिक मामले सामने आ रहे हैं. एहतियातन इन सभी जिलों में नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है. राज्य के 50 फीसदी से ज्यादा मामले इन्हीं चार जिलों से आ रहे हैं. बीते 24 घंटे में लखनऊ में 2369 नए संक्रमित मिले हैं. 1 से 8 अप्रैल तक प्रदेश में 37 हजार 210 मामले सामने आए हैं.