उज्जैन में विकास दुबे की गिरफ्तारी या सरेंडर, कांग्रेस ने सरकार की मिलीभगत बताया
कानपुर मुठभेड़ कांड के मुख्य आरोपी और कुख्यात बदमाश विकास दुबे की जिस तरह से उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तारी हुई है, उस पर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं.
कानपुर एनकाउंटर में आठ पुलिसकर्मियों की शहादत का आरोपी कुख्यात विकास दुबे आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया. पुलिस ने गुरुवार को विकास दुबे को उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया है. उज्जैन के कलेक्टर आशीष सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि विकास दुबे महाकाल मंदिर जा रहा था, जब उसे सुरक्षाकर्मियों ने पहचान लिया. उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी. हालांकि विकास दुबे की जिस तरह से गिरफ्तारी हुई है, उस पर अब सवाल उठ रहे हैं. कुछ लोग इसे सुनियोजित सरेंडर बता रहे हैं.
विकास दुबे उज्जैन से पकड़ा गया pic.twitter.com/qAwFLU4ZWX
— ????????Crime Master GoGo(आत्मनिर्भर)???????? (@theindiansss) July 9, 2020
खबर है कि विकास दुबे ने सुनियोजित तरीके से अपनी गिरफ्तारी दी है. उसने गुरुवार को महाकाल मंदिर में जाकर पर्ची कटाई. इसके बाद बाद मंदिर के सुरक्षाकर्मी ने उसे पकड़ लिया. उसके पास से कोई हथियार बरामद नहीं हुआ है.
कलेक्टर ने बताया कि दबाव देने पर उसने अपनी पहचान उजागर की और स्वीकार किया कि वह विकास दुबे ही है. उन्होंने बताया कि विकास दुबे को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है.
विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन पुलिस को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि जिनको लगता है कि महाकाल की शरण में जाने से उनके पाप धूल जाएंगे उन्होंने महाकाल को जाना ही नहीं. हमारी सरकार किसी भी अपराधी को बख़्शने वाली नहीं है.
विकास दुबे की गिरफ़्तारी के लिए उज्जैन पुलिस को बधाई।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 9, 2020
विकास दुबे की गिरफ्तारी पर मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र का कहना है कि मध्यप्रदेश पुलिस को इंटेलिजेंस से कुख्यात अपराधी विकास दुबे के उज्जैन आने की सूचना मिली थी. इसी आधार पर महाकाल थाना पुलिस ने विकास की गिरफ्तारी की है. उन्होंने कहा, ''यह पुलिस की एक बड़ी कामयाबी है. विकास दुबे एक क्रूर हत्यारा है. मध्य प्रदेश पुलिस अलर्ट पर थी. उसे उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया है. हमने उत्तर प्रदेश पुलिस को सूचित कर दिया है.''

नरोत्तम मिश्र के दावे पर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं. कांग्रेस ने ट्वीटर पर लिखा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान नरोत्तम मिश्र कानपुर के प्रभारी थे. कांग्रेस का इशारा विकास की गिरफ्तारी पर मिलीभगत की ओर है.
मप्र के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा यूपी चुनाव में कानपुर के प्रभारी थे।
— MP Congress (@INCMP) July 9, 2020
— आगे आप खुद समझदार हैं।
कांग्रेस का कहना है कि विकास दुबे उज्जैन में छिपा था. उसका कहना है कि कमलनाथ की सरकार में अपराधी मध्य प्रदेश छोड़कर भागे और शिवराज सिंह चौहान की सरकार में अपराधी प्रदेश में छिपने लगे हैं.
कमलनाथ सरकार-
— MP Congress (@INCMP) July 9, 2020
- माफिया और अपराधी प्रदेश छोंडकर भागे,
शिवराज सरकार-
- दूसरे राज्यों के अपराधी भी मप्र में छिपने लगे।
इससे पहले मध्य प्रदेश बीजेपी ने एक ट्वीट में कहा था, विकास दुबे उज्जैन से गिरफ्तार, उसे शायद किसी ने बताया नहीं कि मध्यप्रदेश में अब शिवराज सिंह चौहान की सरकार है, कमलनाथ की नहीं, जो वह मध्य प्रदेश में घुसने का दुस्साहस कर बैठा. उत्तर प्रदेश पुलिस के सभी 8 शहीदों को नमन. योगी आदित्यनाथ जी आपका अपराधी हमारी गिरफ्त में है.
विकास दुबे उज्जैन से गिरफ्तार, उसे शायद किसी ने बताया नहीं कि मध्यप्रदेश में अब @chouhanshivraj सरकार है, @OfficeOfKNath नहीं, जो मध्यप्रदेश में घुसने का दुस्साहस कर बैठा। @UPPolice के सभी 8 शहीदों को नमन, आपका अपराधी हमारी गिरफ्त में है...@myogiadityanath pic.twitter.com/FyXaKJKZkX
— BJP MadhyaPradesh (@BJP4MP) July 9, 2020
वहीं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, यह तो उत्तरप्रदेश पुलिस के एनकाउंटर से बचने के लिए प्रायोजित सरेण्डर लग रहा है. मेरी सूचना है कि मध्य प्रदेश भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के सौजन्य से यह संभव हुआ है.जय महाकाल.''
Gangster Vikas Dubey, wanted in killing of 8 policemen, arrested https://t.co/oi0yU1GDFo
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 9, 2020
-via @inshorts
यह तो उत्तरप्रदेश पुलिस के एनकाउंटर से बचने के लिए प्रायोजित सरेण्डर लग रहा है। मेरी सूचना है कि मध्यप्रदेश भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के सौजन्य से यह संभव हुआ है।
जय महाकाल।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि ख़बर आ रही है कि कानपुर-काण्ड का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है. अगर ये सच है तो सरकार साफ़ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ़्तारी. सपा प्रमुख ने इसके साथ ही विकास दुबे के मोबाइल के कॉल डिटेल्स को सार्वजनिक करने की मांग की जिससे मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके.
ख़बर आ रही है कि ‘कानपुर-काण्ड’ का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है. अगर ये सच है तो सरकार साफ़ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ़्तारी. साथ ही उसके मोबाइल की CDR सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 9, 2020
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और विधायक अजय कुमार लल्लू ने भी विकास दुबे की गिरफ्तारी को लेकर सवाल उठाए हैं.
भाजपा की सरकार हो और बेशर्मी न हो ये कैसे संभव हो सकता है।
— Ajay Kumar Lallu (@AjayLalluINC) July 9, 2020
अपराधी मप्र में घुसता है,फोटो सूट कराता है तब मप्र पुलिस कहां रहती है? अपराधी गार्ड से अपनी पहचान बताता है और तब पुलिस आती है।
अपराधी की उप्र से मप्र की यात्रा से प्रतीत होता है कि भाजपा सरकारों में उसकी भारी पैठ है। https://t.co/bUEB2SBwAB pic.twitter.com/kriIbO35Ep
कानपुर में 2-3 जुलाई की रात विकास दुबे और उसके साथियों ने पुलिस दल पर हमला कर दिया था. इसमें एक सीओ और दो एसआई समते 8 पुलिसकर्मी मारे गए थे. पुलिस का यह दल विकास दुबे को गिरफ्तार करने गया था. इस हत्याकांड के बाद से पुलिस ने विकास दुबे को पकड़ने पर पांच लाख रुपये के इनाम की घोषणा की थी.
इसके बाद से ही यूपी समेत कई राज्यों की पुलिस विकास दुबे को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दे रही थी. बीच में विकास के दिल्ली एनसीआर में छिपे होने की भी खबर आई थी. लेकिन वह एक बार फिर पुलिस को चकमा देकर भाग गया था.