पेट्रोल की कीमतों पर नरेंद्र मोदी की आवाज में मिमिक्री पर माफी मांगने से कॉमेडियन श्याम रंगीला का इनकार
स्टैंडअप कॉमेडियन श्याम रंगीला ने पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर के पार चले जाने पर एक वीडियो बनाया था. वह वीडियो वायरल है. इसके बाद उन पर कार्रवाई की मांग हो रही है, यहां जानिए क्या है मामला.
देश में पेट्रोल-डीजल और गैस की कीमतें आसमान छू रही हैं. कई शहरों में पेट्रोल का भाव 100 रुपये प्रति लीटर को पार कर गया है. पेट्रोल की कीमतों ने पहली बार 100 रुपये को छुआ है. लोग इससे परेशान हैं. लोग नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना कर रहे हैं. लेकिन पेट्रोल की कीमतों में हुई बढोतरी की आलोचना कर कॉमेडियन श्याम रंगीला मुश्किल में पड़ते नजर आ रहे हैं.

श्याम रंगीला ने 16 फरवरी को 2 मिनट 16 सेकेंड का एक वीडियो अपने यूट्यूब चैनल पर पोस्ट किया था. इसमें उन्होंने श्रीगंगानगर में पेट्रोल के दाम 100 रुपये के पार जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आवाज में अपनी बात कही थी. उन्होंने वीडियो को राजस्थान के श्रीगंगानगर के हनुमानगढ़ रोड स्थित एक निजी कंपनी के एक पेट्रोल पंप पर शूट किया था. उनके इन वीडियो को यूट्यूब पर अब तक 10 लाख से अधिक लोग देख चुके हैं. यह वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल है.
वायरल वीडियो
इस वीडियो के वायरल होने के बाद ऐसी खबरें आ रही हैं कि पेट्रोल पंप के संचालक ने श्रीगंगानगर के सदर थाने में शिकायती पत्र देकर श्याम रंगीला पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है. खबरों में कहा गया है कि प्राइवेट तेल कंपनी तेल कंपनी के दबाव में आकर पेट्रोल पंप मालिक को यह कदम उठाना पड़ा. बताया जा रहा है कि कंपनी ने मालिक से कहा है कि मुकदमा दर्ज नहीं हुआ, तो पंप की पेट्रोल-डीजल की सप्लाई रोक दी जाएगी. पंप संचालक का कहना है कि उन्होंने इस संबंध में तेल कंपनी से माफी मांग ली है. उन्होंने पंप के दो कर्मचारियों को छ्टटी पर भेज दिया है.
कम्पनी को ऐसी क्या तकलीफ़ हो गयी जो संचालक को तेल नहीं भेज रही है?
— Shyam Rangeela (@ShyamRangeela) February 20, 2021
मैंने ऐसा क्या बोला है जिस से कम्पनी की भावना को ठेस पहुँची है ?
ऐसी कोनसी मजबूरी है जो उनको माफ़ी नहीं कार्यवाही चाहिए?
चलिए कर लीजिए कार्यवाही ????????
#ShyamRangeela pic.twitter.com/FEku7TqJw2
श्याम रंगीला ने एक ट्वीट में लिखा, ''कंपनी को ऐसी क्या तकलीफ़ हो गई, जो संचालक को तेल नहीं भेज रही है? मैंने ऐसा क्या बोला है, जिस से कंपनी की भावना को ठेस पहुंची है? ऐसी कौनसी मजबूरी है, जो उनको माफी नहीं कार्यवाही चाहिए? चलिए कर लीजिए कार्यवाही."
'एशियाविल हिंदी' से श्याम रंगीला ने कहा, ''मैं एक कॉमेडियन हूं. लोगों को हंसाना मेरा काम है. जब भी कोई मामला आता है तो मैं वीडियो बनाकर डाल देता हूं, जिससे लोगों के चेहरे पर मुस्कान आ सके. इसलिए जब पेट्रोल की कीमत 100 रुपये हुई तो मुझे लगा कि वीडियो बनाना चाहिए. हालांकि इससे फर्क कुछ नहीं पड़ना था, क्योंकि इससे तेल की कीमत कम होने वाली नहीं थी. इसलिए मैंने रैंडमली श्रीगंगानगर में एक पेट्रोल पंप का चयन विडियो बनाने के लिए किया. मैंने पेट्रोल पंप मालिक को पूरी बात बताकर इजाजत भी ली थी. पेट्रोल पंप के कर्मचारियों ने मुझसे वीडियो में पेट्रोल पंप को दिखाने की अपील की थी.''

रंगीला ने बताया कि अगले दिन पेट्रोल पंप के मालिक का फोन आया कि आपने जो वीडियो बनाया है, उससे उन्हें परेशान हो रही है और इससे कंपनी की छवि को नुकसान पहुंच रहा है, इससे कपंनी परेशान है, इसलिए मुझे आपके खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ेगी. रंगीला ने बताया कि उन्होंने पेट्रोल पंप मालिक से कहा कि अगर इससे आपकी छवि को नुकसान पहुंचा है तो मैं आपसे माफी मांगने को तैयार हूं.
कंटेंट के लिए माफी नहीं
रंगीला ने कहा कि वो पेट्रोल पंप मालिक को हो रही परेशानी के लिए तो माफी मांगने को तैयार हैं. लेकिन वो अपने वीडियो के कंटेंट को लेकर किसी से कभी भी माफी नहीं मांगेंगे और न ही वीडियो को हटाएंगे.
वो कहते हैं कि जबसे एफआईआर वाली बात सामने आई है, उन्हें डर लगने लगा है कि कहीं वीडियो में नजर आ रही जैकेट, मेरे कपड़ों और मेरे जूतों को बनाने वाली कंपनियां भी मुझपर मुकदमा न दर्ज करा दें.
श्याम रंगीला सवालिया लहजे में कहते हैं कि उस वीडियो में मैंने ऐसा क्या कह दिया कि किसी की भावना ठेस पहुंचे. वो कहते हैं कि अपने वीडियो में मैं किसी धर्म या किसी समुदाय के खिलाफ टिप्पणी नहीं करता.

पिछले दिनों कॉमेडियन कुणाल कामरा और मुनव्वर फारूकी पर हुई कार्रवाई के सवाल उनका कहना था कि वो और कुणाल कामरा अपने-अपने दायरे में राजनीति पर कॉमेडी और मिमिक्री करते हैं. लेकिन कॉमे़डी करने पर मुकदमा दर्ज हो जाना, शूट नहीं करता है. वो कहते हैं कि राहुल गांधी भी नरेंद्र मोदी जी की आलोचना करते हैं और मोदी जी भी औरों पर आरोप लगाते रहते हैं, अगर इस तरह से मुकदमे दर्ज होने लगे तो हर लाइन पर एफआईआर दर्ज होगी. वो कहते हैं कि मेरे वीडियो में ऐसा कुछ नहीं है, जिसपर मुकदमा दर्ज हो जाए. यही बात कुणाल कामरा के लिए भी है. उन्होंने कहा कि जहां तक मुनव्वर फारूकी की बात है तो वो यह तो नहीं कहेंगे कि उनका वीडियो बहुत खराब या बहुत अच्छा था. लेकिन जहां तक धार्मिक भावनाओं की बात है तो मैं किसी की भी धार्मिक भावनाओं पर टिप्पणी करने से बचता हूं. मैं नहीं चाहता कि मेरे वीडियो से किसी की धार्मिक भावनाएं आहत हों.
रंगीला कहते हैं कि राजनीतिक टिप्पणी पर इसी तरह से मामले दर्ज होते रहें तो मेरे हर वीडियो से लोगों की भावनाएं आहत होगी और मैं माफी मांग लूंगा. लेकिन मेरे अगले वीडियो से लोगों की राजनीतिक भावनाएं फिर आहत होंगी. इसलिए मेरे मानना है कि पॉलिटिकल कॉमेडी पर ऐसा नहीं होना चाहिए.

वो कहते हैं कि मेरे मामले में जिस तरह से पूरे देश में मेरी बात पहुंची है, उसी तरह सत्ताधारी दल तक भी पहुंची होगी. ऐसे में उन्हें सामने आकर कहना चाहिए कि इसमें केंद्र सरकार का कोई रोल नहीं है. सरकार को यह बताना चाहिए कि दबाव कौन सी कंपनी बना रही है. लेकिन इस पर चुप्पी है, इसका मतलब यह है कि इस चुप्पी के पीछे कुछ बात है. वो कहते हैं कि अगर मुकदमे और कार्रवाई से विरोध की आवाज को कुचला जा सकता तो हमें आजादी नहीं मिलती.
वहीं इस संबंध में जानकारी लेने के लिए 'एशियाविल हिंदी' ने श्रीगंगानगर के सदर पुलिस थाने के एसएचओ से संपर्क किया. शिकायती पत्र मिलने या मुकदमा दर्ज होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनके यहां न तो इस तरह की कोई शिकायत मिली है और न कोई मुकदमा दर्ज हुआ है.