बीएसई के सेंसेक्स ने बनाया रिकॉर्ड, पहली बार छुआ 50 हजार का आंकड़ा
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के सेंसेक्स में गुरुवार को ऐतिहासिक बढ़त देखी गई. कारोबार के दौरान सेंसेक्स 50,184 अंक तक गया. लेकिन कारोबार बंद होते समय यह 560 अंक गिरकर 49,624 पर बंद हुआ.
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई के सेंसेक्स (सूचकांक) ने गुरुवार को इतिहास रचते हुए 50 हजार के आंकड़े को पार कर लिया. हालांकि कारोबार खत्म होते समय यह 560 अंक गिरकर 49,624 पर बंद हुआ. सेंसेक्स की आगे की चाल कैसी रहेगी, यह बजट पर निर्भर है. विशेषज्ञों को बजट से पॉजिटिव उम्मीदें हैं, लेकिन किसी सेक्टर को लेकर अगर कुछ निगेटिव आया, तो बाजार में गिरावट आ सकती है. इस ऐतिहासिक छलांग के पीछे अमेरिका में नए राष्ट्रपति जो बाइडेन के सत्ता संभालने को बड़ा कारण माना जा रहा है. इसका बाजार की धारणा पर पॉजिटिव असर पड़ा.

पिछले साल कोरोना के कारण लॉकडाउन की घोषणा के बाद 24 मार्च को सेंसेक्स 25,638 तक फिसल गया था. उसके बाद सिर्फ दस महीने में इसने 50 हजार का स्तर पार किया है. इसी दौरान बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप भी 96 लाख करोड़ रुपये बढ़ा है. यह पिछले साल मई में घोषित सरकार के कोरोना राहत पैकेज 20 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 380 फीसदी ज्यादा है.
सेंसेक्स बुधवार की क्लोजिंग से 167.36 अंक नीचे 49,624.76 पर बंद हुआ है. हालांकि, इंडेक्स ने ऑलटाइम हाई 50,184 को भी छुआ. गुरुवार को बीएसई पर 3,188 शेयरों में कारोबार हुआ. 1,126 शेयर बढ़त और 1,896 नीचे बंद हुए. यानी 59 फीसदी शेयरों में गिरावट रही. लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप भी 197.08 लाख करोड़ रुपये हो गया है, जो सुबह पहली बार 199 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया था.
निफ्टी की छलांग
दोपहर बाद बढ़ी बिकवाली के चलते निफ्टी इंडेक्स 54.35 अंक नीचे 14,590.35 पर बंद हुआ. हालांकि, शुरुआती बढ़त में इंडेक्स पहली बार 14,753.55 तक पहुंचा. यह उसका सर्वोच्च स्कोर है.

भारी विदेशी निवेश और मजबूत वैश्विक संकेतों के चलते बुधवार को बाजार में लगातार दूसरे दिन बढ़त दर्ज की गई थी. सेंसेक्स 393.83 अंकों की बढ़त के साथ 49,792.12 पर और निफ्टी भी 123.55 अंक ऊपर 14,644.70 पर बंद हुआ था.
अब आने वाले दिनों में बाजार पर केंद्रीय बजट का असर दिखेगा. इसके तहत भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. ऐसे में निवेशकों को गिरावट में खरीदारी की सलाह होगी. इसमें कमोडिटीज और ऑटो कंपनियां फोकस में होंगी. उन्होंने सेंसेक्स 51,750 तक जाने का लक्ष्य दिया है.
बाजार का भविष्य
सेंसेक्स का भविष्य कैसा होगा, यह बजट पर निर्भर है. विशेषज्ञों को बजट से पॉजिटिव उम्मीदें हैं. लेकिन किसी सेक्टर को लेकर अगर कुछ निगेटिव आया, तो बाजार में गिरावट आ सकती है.

तेजी केवल बाजार में ही नहीं है, निवेशकों की संख्या भी बढ़ी है. कुल रजिस्टर्ड निवेशकों की संख्या 6 करोड़ से ज्यादा हो गई है. एक साल में यह संख्या 27.37 फीसदी बढ़ी है. सबसे ज्यादा निवेशक महाराष्ट्र से हैं. इनकी संख्या 1.3 करोड़ है. गुजरात में 78 लाख निवेशक हैं. विश्लेषक कहते हैं कि कम ब्याज दरों के कारण निवेशकों को एफडी जैसी फिक्स्ड इनकम में अच्छा ब्याज नहीं मिल रहा. इसलिए वे इक्विटी में आ रहे हैं.