लखनऊ :ऑक्सीजन की समस्या को लेकर बीजेपी सांसद की धरने की धमकी
उत्तर प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर बहुत ज्यादा घातक होती जा रही है. आंकड़ों के मुताबिक, शनिवार को उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से एक दिन में सर्वाधिक 223 मौत हुईं जबकि 38,055 और लोग संक्रमित पाए गए.रोजाना संक्रमितों की संख्या एक नया रिकॉर्ड बना रही है. बढ़ते मरीजों की संख्या के चलते अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की किल्लत हो गई है.
देश में कोरोना रिटर्न्स के बाद हर जगह ऑक्सीजन की भारी किल्लत देखने को मिल रही है. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी ऑक्सीजन की भारी कमी है.लखनऊ में हालात कितने दयनीय हैं इस बातका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ऑक्सीजन की कमी को लेकर बीजेपी सांसद कौशल किशोर अपनी ही सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहे है. शनिवार को सांसद ने ट्विटर पर एक वीडियो ट्वीट किया है. जिसमें स्थिति न सुधरने परधरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी है.
माननीय मुख्यमंत्री जी से निवेदन है भारी संख्या में करोना से पीड़ित लोग घरों में आइसोलेट है उनको ऑक्सीजन की सख्त जरूरत है ऑक्सीजन गैस रिफलिंग प्लांट पर ऐसे लोगों को ऑक्सीजन मिलने में बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। pic.twitter.com/oq3kNXe2QX
— Kaushal Kishore (@mp_kaushal) April 24, 2021
राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज संसदीय क्षेत्र से बीजेपी के सांसद कौशल किशोर ने कहा है कि जो लोग घर में खुद क्वारनटीन और आइसोलेट हैं, उन लोगों को ऑक्सीजन न मिलना निंदनीय और भयावह है.सांसद ने कहा है कि ऑक्सीजन रिफिलिंग प्लांट पर लोग दिन-रात खड़े रहे, उसके बावजूद ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही और लोगों की जान जा रही है. उन्होंने कहा है कि दिन में सैकड़ों बार मेरे पास लोगों के फोन आते हैं जिसमें लोग ऑक्सीजन पाने के लिए गिड़गिड़ाते और हाथ जोड़ते रहते हैं कि किसी तरह हमको ऑक्सीजन दिलवा दीजिए. मजबूर होकर मुझे धरने पर बैठना पड़ेगा जो मैं नहीं चाहता. मेरे धरने पर बैठने से अफरा-तफरी का माहौल बनेगा.
राजधानी लखनऊ समेत लगभग सभी जिलों से ऑक्सीजन और बेड की कमी होने की सूचनाएं मिली हैं. जिस कारण राजधानी लखनऊ में कुछ निजी अस्पतालों ने बुधवार शाम भी मेडिकल ऑक्सीजन खात्मे के कगार पर पहुंचने के बाद तीमारदारों से अपने मरीजों को किसी अन्य सेंटर ले जाने को कह दिया.यूपी से मरीजों कीकई ह्रदयविदारक तस्वीरें भी इसकेबाद सामने आईंहैं.
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और 18 से ज्यादा शीर्ष अधिकारियों भी कोविडपॉजिटिव पाए गए थेऔर खुद सांसद कौशल किशोर भी पिछली साल दो बार कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं.
लखनऊ में लखनऊ में करोना के मरीजों की मदद करने के लिए जिन अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है उसमें से अधिकांश लोगों के फोन बंद बता रहे हैं लखनऊ में करोना का कहर बढ़ता जा रहा है और लोगों को सुविधाएं नहीं मिल पा रही है बहुत से मरीज एडमिट नहीं हो पा रहे हैं
— Kaushal Kishore (@mp_kaushal) April 17, 2021
सांसद कौशल किशोर ने इस बारे में एशियाविल से एक्सक्लूसिव बातचीत की.
कौशल किशोर ने बताया कि जो लोग घर पर का कवारंटीन है जिन्हें ब्रीथिंग प्रॉब्लम है उन्हें भी तो ऑक्सीजन की जरूरत है ना. उनको ऑक्सीजन मिल नहीं पा रही है, मारामारी है लाइन लगी हुई है पुलिस डंडा चला रही है तो ऐसी स्थिति में लोगों की जान पर बन आई है. सरकार कह रही है कि हम सबको ऑक्सीजन दे रहे हैं लेकिन इधर ड्रग इंस्पेक्टर वगैरह है यह रोक लगा रहे हैं . मेरी तो ऑक्सीजन प्लांट मालिकों से बात हुई तो उन्होंने कहा कि हमें प्रशासन ने रोक लगाया है तो हमने कहा कि कौन प्रशासन ने रोक लगाया, फिर मैंने प्रशासन से बात की उन्होंने कहा कि पहले सरकारी अस्पताल को देंगे. हमने कहा कि सरकारी को देंगे तो जो लोग प्राइवेट में है उनका क्या होगा उनको अगर ऑक्सीजन नहीं मिली तो उनकी जान चली जाएगी
मेरे पास सुबह से लेकर फोन आने शुरू हो जाते हैं मैं रात 12-01 बजे तक ऑक्सीजन के लिए ही लड़ रहा हूं और अभी भी हालात ठीक नहीं है. लोग लाइन में लगे हुए हैं सुबह से लाइन लग रही है पुलिस आकर डंडा चला रही है. असल में सरकार तो चाहते है लेकिन कुछ जो पुलिस अधिकारी हैं वह जानबूझकर सरकार को बदनाम करना चाह रहे हैं. प्रशासन इसका जिम्मेदार है और वह जानबूझकर सरकार को बदनाम करना चाहता है.
जब प्लांट में गैस है उसका मालिक देने को तैयार है तो फिर इन लोगों को रोकने की क्या जरूरत है? रात 12:00 बजे तक वहां लोग लगे हुए हैं और पुलिस डंडा मारकर भगा रही है.
लेकिन योगी जी तो कह रहे हैं कि इसमें कोई ढील नहीं बरती जाएगी.
इस पर सांसद कौशल किशोर कहते हैं, सरकार कह रही है लेकिन वह जमीन पर तो नहीं हो रहा ना, क्योंकि कुछ अफसर जानबूझकर सरकार को बदनाम करना चाह रहे हैं.
गौरतलब है कि सांसदकौशल किशोर इससे पहले भी सरकार से लखनऊ में ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए मांग कर चुके हैं. वहीं, पिछले दिनों प्राइवेट हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की सप्लाई न होने पर भी इन्होंने सवाल खड़े किए थे. कौशल किशोर ने यह भी कहा था कि जिम्मेदार अधिकारियों ने अपने फोन बंद कर दिए हैं. साथ ही ड्रग इंस्पेक्टर को प्राइवेट हॉस्पिटल में ऑक्सीजन सप्लाई करने के लिए मना कर दिया गया है. वहीं, इसके पहले पंचायत चुनाव को लेकर भी उन्होंने निर्वाचन आयोग से अपील करते हुए कहा था कि लखनऊ में कोविड कंट्रोल से बाहर है.
दूसरी ओर पूरे देश से मौतों के आंकड़ों में हेराफेरी की खबरें भी आ रही हैं.लखनऊ मैं42 लोगों की मौत के साथ कुल मौत का आधिकारिक आंकड़ा 1640पहुंच गया है.हालांकि इस सरकारी हकीकत से पलट श्मशान घाट में बीते 24 घंटे के अंदर 200 से ज्यादा शवों के जलने की बातसामने आ रही है.
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