बिहार विधानसभा अध्यक्ष चुनाव: आरजेडी ने कहा- नीतीश कुमार विधायक नहीं हैं तो सदन में क्यों बैठे हैं? बाहर निकलें
बिहार में ऐसा करीब 5 दशक के बाद हो रहा है, जब स्पीकर पद के लिए चुनाव हो रहा हो. बता दें कि NDA के पास 125 विधायक हैं, जबकि महागठबंधन के बाद 110 विधायक हैं.
बिहार में आज विधानसभा अध्यक्ष के लिए चुनाव से पहले सदन में भारी हंगामा खड़ा हो गया है. सत्र की शुरुआत में सबसे पहले बाकी बचे चार सदस्यों का शपथ ग्रहण हुआ.इसके बाद विधान सभा अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई.
प्रोटेम स्पीकर जीतन राम मांझी ने अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर प्रक्रिया शुरू कराई. प्रोटेम स्पीकर ने सबसे पहले सर्वसम्मति से सदस्यों को अध्यक्ष पद के चुनाव करने को कहा, मगर विपक्ष ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया.
इसके बाद मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई. इस दौरान सदन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रहने पर राजद के सदस्यों ने आपत्ति उठाई और जमकर हंगामा करने लगे. राजद के विधायक आसन के सामने आकर हंगामा और नारेबाजी करने लगे.विपक्ष का आरोप है कि मुख्यमंत्री उच्च सदन के सदस्य ऐसे में उन्हें स्पीकर के चुनाव में मौजूद नही रहना चाहिए.
राजद नेता तेजस्वी यादव का आरोप
राजद नेता तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि स्पीकर के चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री और मंत्री अशोक चौधरी जो सदन के सदस्य नही हैं , तो फिर ऐसे में वे यहां क्यों मौजूद हैं, स्पीकर पद का चुनाव ध्वनि मत से शुरु होता है. ऐसे में यह जनादेश की चोरी है, अगर ऐसा करना है तो फाड़ दीजिए नियमन, हम लोग चले जाते हैं.
प्रोटेम स्पीकर ने कही ये बातें
विपक्ष के लगातार हंगामें पर प्रोटेम स्पीकर जीतन राम मांझी ने अपना पक्कष रखते हुए कहा कि सभा में अधअयक्ष पद के चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री और मंत्री अशोक चौधरी की उपस्थिति गलत नही है, हां ये जरुर है कि ये मतदान में शामिल नही होंगे.
बिहार विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए एनडीए के लिए बीजेपी की ओर से विजय सिन्हा और विपक्ष की ओर से राजद के अवध बिहारी चौधरी मैदान में हैं. बिहार में ऐसा करीब 5 दशक के बाद हो रहा है, जब स्पीकर पद के लिए चुनाव हो रहा हो. बता दें कि NDA के पास 125 विधायक हैं, जबकि महागठबंधन के बाद 110 विधायक हैं.