सावधान हो जाएं : कोरोना के 1 लाख 25 हजार से अधिक मामले मिले, 685 लोगों की मौत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को राज्यों के साथ कोरोना के हालात पर चर्चा करेंगे. इस बीच खबर है कि महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों से वहां की स्वास्थ्य सेवाएं लड़खड़ा रही हैं.
देश में कोरोना वायरस का संक्रमण कहर बरपाता जा रहा है. कोरोना के संक्रमण ने अपने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 24 घंटों में बुधवार को कोरोना के सवा लाख नए मामले दर्ज किए गए हैं.
भारत में पिछले 24 घंटे में #COVID19 के 1,26,789 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 1,29,28,574 हुई। 685 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 1,66,862 हो गई है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 8, 2021
देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 9,10,319 है और डिस्चार्ज हुए मामलों की कुल संख्या 1,18,51,393 है। pic.twitter.com/YSMtZFzEmL
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 1 लाख 26 हजार 315 नए मामले सामने आए हैं. इस दौरान 685 लोगों की मौत हुई. बुधवार को जो आंकड़े आए हैं वह अब तक के सबसे ज्यादा हैं. इससे पहले मंगलवार को 1.15 लाख नए मामले आए थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को राज्यों के साथ कोरोना के हालात पर चर्चा करेंगे.
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में इसके साथ ही देश में कोरोना के कुल मामलों की संख्या बढ़कर एक करोड़ 29 लाख 28 हजार 574 हो गए हैं. और मौतों का आंकड़ा एक लाख 66 हजार 862 तक पहुंच गया है.
देश में अबतक एक करोड़ 18 लाख 51 हजार 393 मरीज कोरोना के संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं. नए केसों के साथ ही इस समय देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के कुल 9 लाख 10 हजार 319 एक्टिव केस हैं.
कोरोना के कहर के बीच ही देश में कोरोना का टीका भी लगाया जा रहा है. अबतक 9 करोड़ 1 लाख 98 हजार 673 लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया है.
महाराष्ट्र की मुसीबत
कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में वैसे तो पूरा देश है, लेकिन सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र, दिल्ली, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, पंजाब और तमिलनाडु हैं. इसमें भी महाराष्ट्र और दिल्ली का बहुत बुरा हाल है. पिछले दिन महाराष्ट्र में करीब 60 हजार नए केस सामने आए हैं. बुधवार को महाराष्ट्र में कुल 59 हजार 907 केस सामने आए. ये पूरे देश में सामने आए मामलों का 50 फीसद है. महाराष्ट्र में कोरोना बेकाबू है. यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था भी प्रभावित हो रही हैं. हालांकि प्रशासन पुख्ता इंतजाम का दावा कर रहा है. लेकिन राज्य के कई शहरों में अस्पतालों में बेड्स की किल्लत है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महाराष्ट्र में कोरोना मरीजों की संख्या ज्यादा होने से स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों को स्थिति नियंत्रित करने में कठिनाइयां हो रही हैं.
देश की राजधानी का हाल
यही स्थिति दिल्ली की भी है. जहां एक दिन में 5 हजार से ज्यादा केस सामने आ रहे हैं. दिल्ली में बुधवार को 5 हजार 506 नए मामले दर्ज किए गए हैं. दिल्ली में संक्रमण दर 6 फीसदी से ज्यादा हो गई है. दिल्ली एम्स में ओपीडी को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है. इसके साथ ही अन्य अस्पतालों में भर्ती होने से पहले कोरोना रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य कर दिया गया है.
देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में 6 हजार 23 और कर्नाटक में 6 हजार 976 मामले दर्ज किए गए हैं. सबसे बड़ी चिंता की बात ये है देश में एक्टिव केस की संख्या नौ लाख के पार हो गई है. जो एक महीने पहले एक लाख के करीब थी. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कई राज्यों में सख्त पाबंदियां, आंशिक लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू लगाया गया है.
कोरोना के कहर को देखते हुए छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में तो 9 अप्रैल से 19 अप्रैल तक पूर्ण लॉकडाउन लगा दिया गया है. वहीं मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में भी लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया गया है. महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, कर्नाटक समेत कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है. रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक यह पाबंदी लागू की गई है.
कोरोना के बिगड़ते हालात को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से चर्चा करेंगे. कोरोना की समीक्षा के बाद प्रधानमंत्री कुछ बड़ा एलान भी कर सकते हैं. हालांकि केंद्र सरकार ने बताया कि अगले 4 से 5 हफ्ते कोरोना को लेकर काफी चुनौती है. सरकार ने लोगों से कोरोना की चेन तोड़ने की अपील की है.