ऐपल इंडिया और फ़्लिपकार्ट को हुआ नुक़सान तो ऐमजॉन को मिली राहत
भारतीय मार्केट में स्मार्ट फ़ोन की बढ़ती आमद और इस बीच ऐपल के स्मार्टफ़ोन्स की कम होती मांग की वजह से ये कमी आई है.
फ्लिपकार्ट इंडिया का घाटा 2018-19 में बढ़कर 3,836.8 करोड़ रुपये हो गया. आपको बता दें कि अमरीकी कंपनी वालमार्ट्स के स्वामित्व वाली इस कंपनी को पिछले कुछ वक़्त से घाटा उठना पड़ रहा है. कंपनियां अपने कमाई-धमाई का लेखा-जोखा कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय को भेजती हैं जिसे नियामकीय दस्तावेज कहते हैं.
फ्लिपकार्ट के घाटे की जानकारी उन्हीं दस्तावेजों से मिली है. इससे पिछले साल कंपनी को 2,063.8 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. हालांकि इसी दौरान कंपनी का कारोबार बढ़ा भी है. फ्लिपकार्ट इंडिया की कारोबार से कुल आय 2018-19 के दौरान हालांकि, 42.82 फीसदी बढ़कर 30,931 करोड़ रुपये हो गई. इससे पिछले वर्ष कंपनी ने 21,657.7 करोड़ रुपये का कारोबार किया था.
समचार पत्र 'इंडियन एक्सप्रेस' की ख़बर के मुताबिक़ अमरीका की ई-वाणिज्य कंपनी ऐमजॉन की भारत स्थित ऑनलाइन मार्केटप्लेस इकाई ऐमजॉन सेलर सर्विसेज का नुकसान 2018-19 में कम होकर 5,685 करोड़ रुपये रहा. उपलब्ध दस्तावेजों के मुताबिक यह घाटा इससे पिछले साल के मुकाबले 9.5 फीसदी कम है.
बिजनेस इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म टॉफलर की ओर से हासिल किए गए दस्तावेज के मुताबिक इससे पिछले वर्ष कंपनी को 6,287.9 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. दस्तावेज के मुताबिक ऐमजॉन सेलर सर्विसेज की कमाई 2018-19 में इससे पिछले साल के मुकाबले 55 फीसदी बढ़कर 7,778 करोड़ रुपये पर पहुंच गई.
ऐमजॉन की थोक बिक्री कंपनी ‘ऐमजॉन होलसेल इंडिया’ ने 2018-19 में 11,250 करोड़ रुपये का कारोबार किया. एक साल पहले के मुकाबले इसमें आठ फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. इस दौरान इस कंपनी का नुकसान एक साल पहले के 131.4 करोड़ रुपये से बढ़कर 141 करोड़ रुपये हो गया. ऐमजॉन की भारत में कार्य कर रही अन्य इकाइयों का घाटा भी बढ़ा है.
वहीं रिपोर्ट है कि वित्त वर्ष 2019-20 में ऐपल इंडिया के मनाफे में भारी कमी हुई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ पिछले एक दशक में कंपनी के मुनाफ़े में इतनी कमी पहली बार हुई है. कंपनी का मुनाफ़ा 70 फ़ीसदी घटा है. ऐसा माना जा रहा है कि भारतीय मार्केट में स्मार्ट फ़ोन की बढ़ती आमद और इस बीच ऐपल के स्मार्टफ़ोन्स की कम होती मांग की वजह से ये कमी आई है.